Coronavirus Vaccination News: कानपुर में छह केंद्रों पर ही वैक्सीन की पहली डोज, १४०० की बजाय ६०० लोगों को लगाई जाएगी
अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देशों पर वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या को कम कर दिया गया है। शुक्रवार सोमवार और फिर शुक्रवार के अभियान में केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी हैं।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना के टीकाकरण को लेकर परिवर्तन किया गया है। अब १४ नहीं, केवल छह केंद्रों पर ही वैक्सीन लगाई जाएगी। यहां ६०० डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का टीकाकरण होगा। पहले १४०० लोगों के वैक्सीनेशन का कार्यक्रम निर्धारित था। यह व्यवस्था गुरुवार को शासन के निर्देशों पर तय हुई है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी १६ जनवरी के उद्घाटन अवसर पर टीकाकरण को लेकर लोगों के रुझान को देखेंगे, उसके बाद आगे के कार्यक्रमों में केंद्र संख्या बढ़ाई जा सकती है। मंडल के जिलों में भी केंद्रों की संख्या घटा दी गई है। देश भर के कई शहरों में शनिवार से कोरोना के टीकाकरण का शुभारंभ किया जा रहा है। प्रधानमंत्री स्वयं कई केंद्रों से जुड़ेंगे और हालचाल लेंगे।
डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और वैक्सीन लगवाने आए लोगों से बातचीत कर सकते हैं। कई शहरों के कुछ केंद्रों को ऑनलाइन भी किया गया है। वहां टू-वे सिस्टम लगाए गए हैं, जबकि अपने यहां सिर्फ वन-वे सिस्टम स्थापित किए गए हैं। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देशों पर वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या को कम कर दिया गया है। शुक्रवार, सोमवार और फिर शुक्रवार के अभियान में केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी हैं। पहले मंडल में ५४ केंद्रों पर टीकाकरण होना था, शनिवार को अब २३ केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी।
मंडल में केंद्रों की संख्या
जिला केंद्र
कानपुर छह
कन्नौज पांच
इटावा तीन
कानपुर देहात तीन
औरैया तीन
फर्रुखाबाद तीन
शहर के टीकाकरण केंद्र
एडिशनल सीएमओ डॉ. एके कनौजिया ने बताया कि शनिवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, उर्सला, डफरिन अस्पताल, कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय, बिधनू और सरसौल सीएचसी में कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड लगाई जाएगी।
इंटरनेट कनेक्टिविटी भी वजह
स्वास्थ्य अधिकारी भले ही केंद्र कम करने के पीछे शासन के निर्देशों को बता कर किनारा कर रहे हैं, लेकिन एक वजह इंटरनेट कनेक्टिविटी भी हो सकती है। कानपुर के आठ अन्य केंद्र जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों की सीएचसी भी शामिल थीं, वहां नेटवर्क की दिक्कत आने की आशंका थी। इसलिए शहरी क्षेत्र से जुड़े बिधनू और सरसौल सीएचसी को चिह्नति किया गया है।
खराब न हो वैक्सीन
शासन की ओर से वैक्सीन के खराब न होने के सख्त निर्देश हैं। उसकी सुरक्षा, निगरानी के साथ ही कोल्ड चेन रूम की व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कहा गया है।