जीका वायरस का कानपुर में मिला पहला रोगी, एयरफोर्स कर्मी में हुई पुष्टि, अधिकारियों में मचा हड़कंप

करीब एक सप्ताह पहले मास्टर वारंट आफीसर बीमार हुए थे। उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं थीं। एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करके ब्लड का नमूना जांच के लिए पुणे भेजा गया था। वहां से रिपोर्ट आई तो अधिकारियों के होश उड़ गए। एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस की पुष्टि हुई।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:54 PM (IST)
जीका वायरस का कानपुर में मिला पहला रोगी, एयरफोर्स कर्मी में हुई पुष्टि, अधिकारियों में मचा हड़कंप
परदेवनपुरवा निवासी एयरफोर्स कर्मी की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। First patient of Zika virus found in Kanpur अफ्रीकी देशों में घातक माना जाने वाला जीका वायरस पहली बार कानपुर में मिला है। परदेवनपुरवा निवासी एयरफोर्स कर्मी की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। इससे शहर का प्रशासनिक व स्वास्थ्य महकमा पसीना-पसीना है। अफसर वायुसेना के सेवन एयरफोर्स अस्पताल पहुंचे और कर्मी से बात की। वायरस की पुष्टि होने के बाद अब यह माना जा रहा है कि पिछले दिनों शहर में बुखार से हुई मौतों का कारण जीका वायरस हो सकता है। कानपुर में जीका वायरस की जांच भी नहीं हो पाती है। इसलिए एयरफोर्स कर्मी के संपर्क में आए 22 लोगों की जांच कराने के लिए नमूने लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए हैं।    

अधिकारियों के मुताबिक, करीब एक सप्ताह पहले मास्टर वारंट आफीसर बीमार हुए थे। उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई और समस्याएं भी थीं। एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करके ब्लड का नमूना जांच के लिए पुणे भेजा गया था। वहां से रिपोर्ट आई तो अधिकारियों के होश उड़ गए। एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। अधिकारियों ने लखनऊ व दिल्ली के अफसरों को बताया। मरीज अब भी आइसीयू में भर्ती है। सेवन एयरफोर्स अस्पताल से निकलने के बाद अधिकारियों की सर्किट हाउस में बैठक हुई। इसमें आगे की रणनीति बनाई गई कि कैसे इसे फैलने से रोका जाएगा। एयरफोर्स कर्मी के बाहर जाने, संक्रमित होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।  

ये बोले जिम्मेदार: एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस का पता चला है। इसके बाद सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर तय किया गया है कि इसे फैलने से रोकने के लिए क्या किया जाए। अभी एयरफोर्स कर्मी के करीबी संपर्क में रहने वाले 22 लोगों के नमूने लिए गए हैं। नगर निगम को सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं। - विशाख जी अय्यर, जिलाधिकारी, कानपुर नगर। 

जानिए क्या है जीका वायरस: जीका विषाणु फ्लाविविरिडए विषाणु परिवार से है। यह एक प्रकार का बुखार है। इसके लक्षण डेंगू की तरह ही होते हैं। इसमें बुखार, लाल आंखें, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, लाल चकत्ते आदि की स्थिति बन जाती है। यह काफी खतरनाक वायरस है। अफ्रीकी देशों में यह वायरस सक्रिय रहता है। इसके अलावा भारत के दक्षिणी राज्यों में भी इसके मामले निकले हैं।  

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