मुठभेड़ में फंसती नजर आ रही कानपुर पुलिस, बेटे को पहले ही उठाने का आरोप लगा पिता ने जताई थी एनकाउंटर की आशंका

घाटमपुर में गोतस्करों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ ने नया मोड़ ले लिया है। आरोपित के पिता ने पहले ही सीएम पोर्टल पर शिकायत भेजकर बेटे को उठाये जाने और एनकाउंटर की संभावना जता दी थी ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 05 Jul 2022 04:08 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jul 2022 04:08 PM (IST)
मुठभेड़ में फंसती नजर आ रही कानपुर पुलिस, बेटे को पहले ही उठाने का आरोप लगा पिता ने जताई थी एनकाउंटर की आशंका
आरोपित के पिता ने कानपुर पुलिस पर उठाये सवाल।

कानपुर, जागरण संवाददाता। घाटमपुर के राहा मोड़ से कुछ दूर आलादासपुर गांव के पास रविवार रात हुई मुठभेड़ के मामले में आरोपित के पिता का प्रार्थनापत्र पुलिस के लिए मुसीबत बन गया है। आरोपित के पिता ने मुठभेड़ से पहले ही मुख्यमंत्री पोर्टल, डीजीपी, आइजी और एसपी आउटर समेत अन्य अधिकारियों को प्रार्थनापत्र ई-मेल से भेज बेटे के एनकाउंटर की संभावना जता दी थी। यह भी बताया था कि पुलिस उनके बेटे को जबरन उठा ले गई है।

रविवार देर रात मुठभेड़ के बाद सीओ सुशील कुमार दुबे ने बताया था कि गोकशी की सूचना पर फोर्स लेकर पहुंचे इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह पर गोतस्करों ने फायरिंग की थी। इससे उनके दाएं पैर में घुटने के नीचे गोली लगी थी। जवाबी फायरिंग में एक गोकश की दाईं जांघ में गोली लगी थी, जबकि उसके दो साथी भाग निकले थे। घायल गोकश की पहचान दिलशाद के रूप में हुई थी। वहीं, दिलशाद के पिता शमशेर ने बताया कि उन्होंने बेटे से बात की तो उसने बताया कि वह मूसानगर रोड पर बंबा के पास रहने वाले जब्बार के यहां सब्जी लेने गया था। वहीं, से उसे पुलिस ने उसे उठा लिया। बगल में रहने वाले उस्मान के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह घटना रिकार्ड भी हुई है। जानकारी पर वह अपनी बहू को लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने डांटकर भगा दिया।

शमशेर ने बताया कि जैसे ही उन्हें पुलिस द्वारा बेटे को उठाने की भनक लगी तो उन्होंने रात करीब नौ बजे ही प्रार्थनापत्र लिखकर मुख्यमंत्री पोर्टल, डीजीपी, आइजी, एसपी और अन्य अधिकारियों को मेल से भेज दिया था। शमशेर के पास ईमेल का एक स्क्रीनशाट भी है, जिसमें उसे भेजने का समय नौ बजे दर्ज है, जबकि मुठभेड़ रात दस बजे के बाद हुई थी। शमशेर ने बताया कि उनका जमीन का पुराना विवाद है। सोमवार को इसी मामले में तारीख थी। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने रविवार को विपक्षियों से मिलकर फर्जी मुठभेड़ को अंजाम दिया, ताकि दूसरे पक्ष को लाभ मिल सके।

दिलशाद को लेने बाइकों से आए थे पुलिस वाले : मामले में सब्जी विक्रेता जब्बार से बात की गई तो उसने बताया कि रविवार शाम करीब छह बजे दिलशाद उनके यहां आया था। वह सब्जी मांग रहा था। इसी बीच दो बाइकों से पांच से छह पुलिस वाले गली के दोनों तरफ से आए और जब्बार को लेकर चले गए।

पड़ोसी के सीसीटीवी का डीवीआर ले गई पुलिस : जब्बार के मुताबिक दिलशाद को ले जाने के दो घंटे बाद फिर से मोहल्ले में पुलिस आई और पड़ोसी उस्मान के घर गई। उस्मान के घर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उस्मान ने बताया कि इंस्पेक्टर पुलिस फोर्स के साथ आए थे और घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डिंग) अपने साथ लेकर चले गए थे। पूछने पर इंस्पेक्टर ने कहा था कि थोड़ी देर बाद वापस कर जाएंगे।

-एक ईमेल प्राप्त हुआ है, जिसमें रविवार को पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश के पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस प्रकरण की जांच सीओ घाटमपुर को दी है। उनकी रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

-तेज स्वरूप सिंह, एसपी कानपुर आउटर

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