Fake Syrup Factory Caught: मध्यप्रदेश में खपाया जा रहा था उन्नाव में बना नकली सिरप, आरोपितों को भेजा जेल

Fake Syrup Factory Caught किराए के कमरे में नकली सिरप बनाने की फैक्ट्री चलाने के मामले में गिरफ्तार किए गए सोनू तिवारी व अजय बाजपेयी निवासी शक्तिनगर और गौरव सिंह निवासी ब्रह्मनगर से पुलिस ने सख्ती के साथ पूछताछ की।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 10:28 PM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 10:28 PM (IST)
Fake Syrup Factory Caught: मध्यप्रदेश में खपाया जा रहा था उन्नाव में बना नकली सिरप, आरोपितों को भेजा जेल
नकली सिरप की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

उन्नाव, जेएनएन। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के शक्तिनगर मुहल्ले में बनाए जा रहे खांसी के नकली सिरप को मध्य प्रदेश (मप्र) के नागौर समेत कई जिलों में खपाया जा रहा था। ये जानकारी आरोपितों से पूछताछ में पुलिस को मिली है। वह लोग बाजार से सिरप खरीदकर नकली मिलाकर बेचते थे। अब मध्य प्रदेश में टीम भेजने की तैयारी है। फिलहाल पकड़े गए तीनों युवकों को न्यायालय में पेश करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। वहीं, औषधि निरीक्षक ने नशे के लिए बिक्री की आशंका में बरामद सिरप के सैंपल जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला भेजे हैैं।  

किराए के कमरे में नकली सिरप बनाने की फैक्ट्री चलाने के मामले में गिरफ्तार किए गए सोनू तिवारी व अजय बाजपेयी निवासी शक्तिनगर और गौरव सिंह निवासी ब्रह्मनगर से पुलिस ने सख्ती के साथ पूछताछ की। उन्होंने बताया कि सिरप तैयार करने के लिए बाजार से भी कुछ सिरप खरीदते थे और अपने बनाए सिरप की मिलावट करते थे। नकली सिरप को कार आदि वाहनों से ले जाकर मध्यप्रदेश के नागौर समेत कई जिलों में बेचते थे। वहां इनके गुर्गे सेट रहते थे। पुलिस व औषद्यि निरीक्षण की टीम ने अंदेशा जताया है कि इन सिरप में कुछ हानिकारक दवाओं का मिश्रण किया जाता था, जिसे लोग नशे की लत पूरी करने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसी को देखते हुए बरामद सिरप के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पुलिस ने बताया कि इस काले कारोबार में शामिल दो आरोपित विकास गुप्ता निवासी ब्रह्मनगर व फैज निवासी इंदिरानगर की तलाश की जा रही है। औषधि निरीक्षक उन्नाव अजय कुमार संतोषी ने कहा कि सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि उसमें क्या मिलाया जाता था और तैयार सिरप कितना हानिकारक है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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