CSJMU Kanpur में होंगी दूसरे कालेजों की आकस्मिक परीक्षाएं, हंगामा और सामूहिक नकल बनी वजह

परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्थाएं व संसाधनों की कमी होने पर सीएसजेएमयू में केंद्र बनाया जाएगा। वार्षिक परीक्षा में हंगामा या सामूहिक नकल का प्रयोग सामने आने पर सात कालेज के छात्रों की परीक्षाएं पहले कराई जा चुकी हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:59 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 07:59 AM (IST)
CSJMU Kanpur में होंगी दूसरे कालेजों की आकस्मिक परीक्षाएं, हंगामा और सामूहिक नकल बनी वजह
विश्वविद्यालय में कालेजों की वार्षिक परीक्षा की तैयारी।

कानपुर, जेएनएन। परीक्षा केंद्र यदि दागी हो जाए, संसाधन न हों, नकल की शंका हो, ऐसी स्थिति में संबंधित कालेजों की परीक्षाएं सीएसजेएमयू में बने आकस्मिक केंद्र में कराई जाएंगी। ऐसे कालेजों के लिए छत्रपति शाहू जी महाराज विवि अपने परिसर में विशेष परीक्षा केंद्र बनाने जा रहा है। इस वर्ष वार्षिक परीक्षा के दौरान हंगामा व सामूहिक नकल के मामले सामने आने के बाद विवि प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। ऐसे सात कालेजों की परीक्षाएं कराकर योजना का परीक्षण किया जा चुका है। इसके लिए विवि ने विश्वविद्यालय के लेक्चर हाल, एबी बिल्डिंग में बैठक की व्यवस्था की गई थी। 

कुलपति प्रो. विनय पाठक ने साफ कर दिया है कि आगामी परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी वाले कालेजों का परीक्षा केंद्र विश्वविद्यालय में बनाया जाएगा। विवि में बनने वाले इस विशेष परीक्षा केंद्र में तीन हजार छात्र छात्राएं तक परीक्षा दे सकेंगे। इसमें कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट कराए जाने की व्यवस्था भी रहेगी, जिससे जरूरत पडऩे पर प्रोफेशनल कोर्स के छात्रों की परीक्षाएं भी कराई जा सकें।

सर्वश्रेष्ठ निजी डिग्री कालेज बनेंगे सेंटर आफ एक्सीलेंस

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध सर्वश्रेष्ठ निजी डिग्री कालेजों में से दो ऐसे कालेज चुने जाएंगे जिन्हें सेंटर आफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया जाएगा। इन कालेजों से विवि की पठन-पाठन संबंधित योजनाएं दूसरे कालेजों में पहुंचेंगी। कुलपति प्रो. विनय पाठक की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्यों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कालेजों की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी, जिससे ऐसे कालेजों का चयन होगा।

बैठक में प्रबंधकों ने पुनरीक्षण शुल्क का बोझ कम करने की मांग की। इस पर कुलपति ने कहा कि चूंकि कोरोनाकाल चल रहा है इसलिए साल भर की छूट दी जा रही है। इस दौरान कुलसचिव डा. अनिल कुमार यादव, महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक डा. आरके द्विवेदी, डीन अकादमिक प्रो. अंशु यादव के अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी, डा. मोहर सिंह यादव, डा. ब्रजेश भदौरिया, डा. अनिल पोरवाल, रचना सिंह, मुकेश यादव, मुकेश भारतीय व रंजीत सिंह राजावत समेत अन्य कालेज प्रबंधक मौजूद रहे।

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