गांव- गांव और घर-घर केंद्र सरकार के विरुद्ध माहौल बनाएगी बसपा
बहुजन समाजवादी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध माहौल तैयार करने की तैयारी में जुट गई है।
कानपुर,जेएनएन। बहुजन समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध माहौल तैयार करने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी अब गांव- गांव और घर-घर जाकर अपने पक्ष में माहौल तैयार करेगी। साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार को किसान, नौजवान, मजदूर विरोधी बताएगी। पार्टी सोशल इंजीनिय¨रग के फार्मूले पर काय करेगी।
लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जा सकें इसके लिए युवाओं का सहारा लिया जाएगा। उन्हें बूथ स्तर सक्रिय करने की रणनीति तैयार की गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से परेशान पार्टी नेतृत्व अब हर हाल में जीत दर्ज करना चाहता है। यही वजह है कि कांग्रेस, सपा और भाजपा की तरह ही युवाओं को पार्टी से जोड़ने को लेकर रणनीतिकार व्यापक स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कोशिश है कि जो युवाओं की टोली बने उसमें सभी जातियों और धर्म के लोग हों।
पार्टी भले ही सोशल मीडिया पर अधिकृत रूप से सक्रिय नहीं होगी, लेकिन युवाओं को सक्रिय रहकर केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध माहौल बनाने, बसपा प्रमुख मायावती को अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जातियों व अन्य जातियों का हित रक्षक साबित करने के लिए अभियान चलाने को कहा जाएगा। इसके साथ ही पार्टी पूर्व प्रधानों, जिला पंचायत सदस्यों और पार्टी छोड़ गए नेताओं को भी अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि रूठे लोगों को मनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। पार्टी लगातार मजबूत हो रही है।
लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जा सकें इसके लिए युवाओं का सहारा लिया जाएगा। उन्हें बूथ स्तर सक्रिय करने की रणनीति तैयार की गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से परेशान पार्टी नेतृत्व अब हर हाल में जीत दर्ज करना चाहता है। यही वजह है कि कांग्रेस, सपा और भाजपा की तरह ही युवाओं को पार्टी से जोड़ने को लेकर रणनीतिकार व्यापक स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कोशिश है कि जो युवाओं की टोली बने उसमें सभी जातियों और धर्म के लोग हों।
पार्टी भले ही सोशल मीडिया पर अधिकृत रूप से सक्रिय नहीं होगी, लेकिन युवाओं को सक्रिय रहकर केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध माहौल बनाने, बसपा प्रमुख मायावती को अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जातियों व अन्य जातियों का हित रक्षक साबित करने के लिए अभियान चलाने को कहा जाएगा। इसके साथ ही पार्टी पूर्व प्रधानों, जिला पंचायत सदस्यों और पार्टी छोड़ गए नेताओं को भी अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि रूठे लोगों को मनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। पार्टी लगातार मजबूत हो रही है।