पुल की सर्विस लेन थी, जिम्मेदारों की अनदेखी से बनी बाजार
सर्विस लेन के बाजार बनने का खामियाजा जनता भुगत रही है। यहां से निकलने के लिए जूझना पड़ता है। दक्षिण से उत्तर को जोड़ने वाले दादानगर पुल से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर को जाम से मुक्त करने के लिए सरकारी ंिवभागों ने पुलों का निर्माण करा दिया। राहगीरों की सहूलियत के लिए सर्विस लेन भी बना दी गई, लेकिन अफसरों की मेहरबानी से सर्विस लेन बाजार में तब्दील हो चुके हैं। जिसका खामियाजा वाहन सवारों और राहगीरों को भुगतना पड़ता है। सुबह से लेकर रात तक पुल पर जाम तो आम था ही अब यदि सर्विस लेन से निकलना चाहे तो वहां भी मुसीबत ही मिलेगी। यह स्थिति तब है जब सत्ताधारी दल के नेता हूटर बजाते हुए गाड़ियों से आएदिन निकलते हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता।
अगर आप शास्त्री चौक से विजय नगर की ओर आ रहे हैं और गोविंद नगर चावला मार्केट की ओर जाना चाहते हैं तो आपको मजबूरी वश उल्टी दिशा की सर्विस लेन में चलना होगा। क्योंकि जिस सही दिशा पर बनी सर्विस लेन से आप जाना चाहते हैं, उस पर अतिक्रमण इस कदर है कि अब वह बाजार का रूप ले चुका है। दिन भर यह ऑटो मार्केट के रूप में चलता है और शाम होते ही यहां खाने-पीने की दुकानें सड़क पर सज जाती हैं।
जिम्मेदारों की अनदेखी से सर्विस लेन के बाजार बनने का खामियाजा जनता भुगत रही है। उन्हें यहां से निकलने के लिए जूझना पड़ता है। यह स्थिति तब है, जब दक्षिण से उत्तर को जोड़ने वाले दादानगर पुल से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। सुबह से लेकर रात तक सर्विस लेन पर चलने वाले इस बाजार के चलते राहगीर या तो उल्टी दिशा में चलकर यातायात नियम तोड़ते हैं या फिर भी सही रास्ते पर चलकर निकलने के लिए जूझते हैं।
हादसों की सर्विस लेन कहने लगे
शहर की जनता कहती है कि यह सर्विस लेन है या बाजार। अफसरों को क्यों नहीं दिखता। लोग इसे हादसों की सर्विस लेन ही मान चुकी है, क्योंकि दोनों दिशाओं से वाहनों के आने पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं और लोग चुटहिल हो रहे हैं।
अधिकारी बोले
मौके पर अफसरों की टीम भेजकर निरीक्षण कराएंगे। अतिक्रमण को हटाया जाएगा। जनता को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने देंगे। - संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त
अगर आप शास्त्री चौक से विजय नगर की ओर आ रहे हैं और गोविंद नगर चावला मार्केट की ओर जाना चाहते हैं तो आपको मजबूरी वश उल्टी दिशा की सर्विस लेन में चलना होगा। क्योंकि जिस सही दिशा पर बनी सर्विस लेन से आप जाना चाहते हैं, उस पर अतिक्रमण इस कदर है कि अब वह बाजार का रूप ले चुका है। दिन भर यह ऑटो मार्केट के रूप में चलता है और शाम होते ही यहां खाने-पीने की दुकानें सड़क पर सज जाती हैं।
जिम्मेदारों की अनदेखी से सर्विस लेन के बाजार बनने का खामियाजा जनता भुगत रही है। उन्हें यहां से निकलने के लिए जूझना पड़ता है। यह स्थिति तब है, जब दक्षिण से उत्तर को जोड़ने वाले दादानगर पुल से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। सुबह से लेकर रात तक सर्विस लेन पर चलने वाले इस बाजार के चलते राहगीर या तो उल्टी दिशा में चलकर यातायात नियम तोड़ते हैं या फिर भी सही रास्ते पर चलकर निकलने के लिए जूझते हैं।
हादसों की सर्विस लेन कहने लगे
शहर की जनता कहती है कि यह सर्विस लेन है या बाजार। अफसरों को क्यों नहीं दिखता। लोग इसे हादसों की सर्विस लेन ही मान चुकी है, क्योंकि दोनों दिशाओं से वाहनों के आने पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं और लोग चुटहिल हो रहे हैं।
अधिकारी बोले
मौके पर अफसरों की टीम भेजकर निरीक्षण कराएंगे। अतिक्रमण को हटाया जाएगा। जनता को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने देंगे। - संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त