सावधान ! फिर मिल रहे बिना लक्षण वाले कोराेना संक्रमित, यहां जानें- बचाव के उपाय और विशेषज्ञ की राय

Coronavirus Third Wave ALERT! लाकडाउन खुलने के बाद से अब एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। गौरतलब है कि आइआइटी कानपुर की एक रिपोर्ट में अक्टूबर में कोरोना की थर्ड वेव आने का दावा किया गया है। अतएव आवश्यक है कि हम सभी सतर्क रहें।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 07:40 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 02:16 PM (IST)
सावधान ! फिर मिल रहे बिना लक्षण वाले कोराेना संक्रमित, यहां जानें- बचाव के उपाय और विशेषज्ञ की राय
कोराेना की जांच करते हुए स्वास्थ्यकर्मी की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर,[ऋषि दीक्षित]। Coronavirus Third Wave ALERT ! कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है, इन दिनों बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित एक बार फिर मिलने लगे हैं। जो कि बेहद घातक सिद्ध हो रहे हैं। संक्रमण का पता नहीं चलने से वह जहां-तहां घूमते रहते हैं और जाने-अनजाने अपने साथियों, स्वजन और सहयोगियों को संक्रमित कर रहे हैं। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने की वजह से उनमें कोरोना के लक्षण नहीं उभरते हैं और किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। ऐसे व्यक्ति कोरोना वायरस के कैरियर (वाहक) का काम करते हुए घर, कार्यालय और सार्वजनिक स्थल पर दूसरों तक संक्रमण पहुंचा रहे हैं। गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कालेज समेत अन्य जगहों पर लगातार ऐसे मरीज में जांच में सामने आ रहे हैं। 

कानपुर में सामने आए दो मामले:  किदवई नगर निवासी 26 वर्षीय युवक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है। बाहर आना-जाना रहता है। विदेश यात्रा पर जाना था तो आरटीपीसीआर जांच कराई, जिसमें कोरोना संक्रमित निकला। उसमें किसी तरह के लक्षण नहीं थे, लेकिन उसने अपनी बुजुर्ग दादी और मां को संक्रमित कर दिया।      पनकी का 46 वर्षीय व्यक्ति मार्केटिंग कंपनी में है। काम के सिलसिले में दूसरे शहर आना-जाना रहता है। कब संक्रमित हो गए, पता ही नहीं चला। हवाई यात्रा के सिलसिले में कोरोना की जांच कराई तो संक्रमण का पता चला। उसे तो कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन पत्नी संक्रमण की चपेट में आ गईं। 

मधुमेह और दूसरी बीमारियों से पीड़िताें को ज्यादा खतरा: बिना लक्षण वाले संक्रमित के बोलने या खांसने पर ड्रापलेट के साथ कोरोना का वायरस निकलता है। इससे मधुमेह, हाइपरटेंशन, किडनी, लिवर, कैंसर और इम्यूनो डिसआर्डर से पीडि़त उनके संपर्क में आकर संक्रमण की चपेट में आते हैं, जो उनके लिए घातक होता है।

लक्षण न उभरने की वजह

 अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता  वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने पर  वायरस के गले-सांस नली में रुकना।    पहले संक्रमित होने से एंटीबाडी बनना।  

बचाव के लिए यह जरूरी   बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं   भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें  हाथों को बार-बार मुंह-नाक में न लगाएं  लिफ्ट, वाहनों के हैंडिल छुएं तो हाथ सैनिटाइज जरूर करें  घर आने पर हाथ-पैर व मुंह साबुन से अच्छी तरह धोएं

इनका ये है कहना: 

बिना लक्षण वाले संक्रमित सामने आने की तीन वजहें हैं। कुछ इम्यूनो कंप्रोमाइज (जिन्हें जल्दी-जल्दी सर्दी जुकाम होता है) मरीज होते हैं, जो संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए हों। ऐसे व्यक्ति जिनकी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो और दूसरे जो वैक्सीन लगवा चुके हों, यह तीनों दोबारा कोरोना वायरस होने पर कैरियर हो सकते हैं, लेकिन उनमें लक्षण प्रकट नहीं होते हैं। इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें। मास्क जरूर लगाएं। -  डा. सौरभ अग्रवाल, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग एवं नोडल अफसर, कोविड-19, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।   

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