किसान सम्मान निधि के घोटालेबाजों पर दर्ज होगा मुकदमा,तीन विद्यालय प्रबंधक संदेह के घेरे में

किसान सम्मान निधि की धनराशि के घोटाले में फंसे लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। घोटाले के मास्टरमाइंड विद्यालय प्रबंधक बैंक मित्र और लेखपाल भी हैं। कई प्रबंधक बैंक मित्र भी हैं। डीएम ने जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 09:09 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 09:09 PM (IST)
किसान सम्मान निधि के घोटालेबाजों पर दर्ज होगा मुकदमा,तीन विद्यालय प्रबंधक संदेह के घेरे में
किसान सम्मान निधि के घोटालेबाजों पर होगा मुकदमा।

कानपुर, जेएनएन। फर्रुखाबाद जनपद में किसान सम्मान निधि की धनराशि में घोटाले के मास्टरमाइंड विद्यालय प्रबंधक, बैंक मित्र और लेखपाल भी हैं। कई प्रबंधक बैंक मित्र भी हैं। डीएम ने जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

किसान सम्मान निधि में सेंध लगा लाखों का फर्जीवाड़ा किये जाने की बात प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया। उपनिदेशक कृषि प्रसार को मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कराए जाने के आदेश दिए हैं। अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे स्पष्ट है कि जालसाजों के गिरोह के पास छात्रों के आधार कार्ड और बैंक खातों का डाटा बेस उपलब्ध है। यह डाटा स्कूलों के पास होता है, इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसमें स्कूल प्रबंधक शामिल हैं। जिन लोगों ने किसान सम्मान निधि की रकम छात्रों के खाते में भिजवा ली। शिकायतकर्ता के क्षेत्र जहानगंज में कुछ स्कूल प्रबंधकों के पास बैंक मित्र की फ्रेंचाइजी भी है। शिकायतकर्ता महिला ने ऐसे तीन लोगों के नाम प्रार्थनापत्र में भी दिए हैं। तीनों आरोपित फिलहाल संदेह के घेरे में हैं। उपनिदेशक कृषि प्रसार राजकुमार ने बताया कि शिकायती पत्र में दिए गए तथ्यों की पुष्टि कर ली गई है। डीएम के निर्देशानुसार संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। आवेदकों की भूमि एटा जिले में दिखाई गई है, इसलिए सम्मान निधि की धनराशि भी एटा से ही आ रही है। मामले की जांच में एटा के अधिकारियों से भी सहयोग लिया जाएगा।

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में भी हो चुका घोटाला

पिछले वर्ष मार्च में तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी राजेश बघेल ने जिले के कई मदरसों में छात्रवृत्ति के नाम पर लाखों रुपये का घोटाला पकड़ा था। स्कूलों व मदरसों में आवासीय छात्रावास दिखा कर छात्रवृत्ति हड़पी गई थी। इसमें भी छात्रों की जानकारी के बिना ही उनके खातों में छात्रवृत्ति डालने और निकाल लिए जाने का मामला सामने आया था। कन्नौज के गुरसहायगंज के साथ ही यहां भी दो एफआइआर दर्ज कराई गई थीं।

chat bot
आपका साथी