Terrorist In UP: मानव बम बनाने की थी तैयारी, अलकायदा और मतांतरण गिरोह का कनेक्शन खोज रही एटीएस

एटीएस अब अलकायदा और मतांतरण गैंग के सरगना उमर के कनेक्शन पर भी सुराग तलाश रही है। दोनों संगठन मानव बम बनाने की तैयारी कर रहे थे तैयारी। हालांकि अभी तक कोई सुबूत नहीं मिला है और केरल कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 11:57 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 11:57 AM (IST)
Terrorist In UP: मानव बम बनाने की थी तैयारी, अलकायदा और मतांतरण गिरोह का कनेक्शन खोज रही एटीएस
अलकायदा और मतांतरण गिरोह के बीच कनेक्शन की तलाश।

कानपुर, [गौरव शंकर दीक्षित]। लखनऊ में हत्थे चढ़े आतंकियों के संगठन अलकायदा और मतांतरण गैंग सरगना उमर गौतम के बीच के कनेक्शन पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की निगाह है। दोनों में ही मानव बम तैयार कर तबाही मचाने की योजना को अंजाम देने की तैयारी में जुटने की बात सामने आई है। दोनों का कार्यक्षेत्र लगभग एक समान होने के कारण आशंका है कि कहीं साथ मिलकर आगे बढ़ रहे हों। हालांकि, अब तक एटीएस के पास ऐसा कोई सुबूत नहीं है, जिससे यह साबित किया जा सके कि दोनों एक साथ मिलकर काम कर रहे थे।

आइडीसी के संचालक को किया था गिरफ्तार

उप्र के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने करीब एक महीने पहले इस्लामिक दावाह सेंटर के संचालक उमर गौतम और उसके साथी जहांगीर कासमी को नोएडा से गिरफ्तार किया था। जांच में आमने आया था कि यह संगठन विशेषकर हिंदू मूक बधिर बच्चों और अन्य का ब्रेनवाश करके उनका मतांतरण करा रहा था। उसका मकसद मतांतरण करने वाले युवकों को मानव बम में तब्दील करना था। संगठन इस योजना के बेहद करीब पहुंच गया था। अब एटीएस ने ही लखनऊ से आतंकी संगठन अलकायदा के दो आतंकवादी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन को गिरफ्तार कर 15 अगस्त को प्रदेश में भारी तबाही की योजना को फ्लाप कर दिया। जांच में पता चला है कि मानव बम और प्रेशर कुकर बम की मदद से दहशत फैलाने की योजना थी।

मानव बम बनाने की फिराक में थे अलकायदा और मतांतरण गिरोह

संयोग से दोनों ही मिशन में एटीएस ने कामयाबी पाई और यह भी संयोग ही है कि दोंनों संगठन मानव बम बनाकर दहशत का माहौल पैदा करने की फिराक में थे। उमर गौतम फतेहपुर का निवासी है। अलीगढ़, कानपुर और लखनऊ में उसके गिरोह का काफी नेटवर्क सामने आया है। इसी तरह अलकायदा आतंकियों के तार भी इन्हीं जिलों से जुड़े मिले हैं। उनके यहां आने-जाने के सुबूत भी मिल चुके हैं। यही बिंदु एटीएस के अधिकारियों को खटक रहे हैं, जिससे पता लगाने की कोशिश है कि अलकायदा आतंकी जिस मानव बम का प्रयोग करने वाले थे, उसे तैयार करने की जिम्मेदारी कहीं उमर गौतम को तो नहीं दी गई थी। यह शक इसलिए भी गहरा हो रहा है, क्योंकि मतांतरण गिरोह के तार केरल के एक चरमपंथी संगठन से जुड़े माने जा रहे हैं। कानपुर के आदित्य गुप्ता का मतांतरण कराने में काउंसिलिंग के लिए जो लोग संपर्क में थे, उनमें से अधिकांश फोन नंबर केरल के हैं। ऐसे में आशंका है कि मतांतरण गिरोह संचालित करने के साथ ही उमर गौतम आतंकी संगठनों के संपर्क में भी था।

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