दक्षिण कोरिया के फिना में शामिल होगा भारतीय दल से यूपी का ये इकलौता खिलाड़ी Kanpur News

वल्र्ड मास्टर्स तैराकी में 34 देशों के लगभग 2400 खिलाड़ी व पूर्व ओलंपियंस से मुकाबला होगा।

By AbhishekEdited By: Publish:Mon, 01 Jul 2019 07:11 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2019 07:11 PM (IST)
दक्षिण कोरिया के फिना में शामिल होगा भारतीय दल से यूपी का ये इकलौता खिलाड़ी Kanpur News
दक्षिण कोरिया के फिना में शामिल होगा भारतीय दल से यूपी का ये इकलौता खिलाड़ी Kanpur News

कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। बुलंद हौसले के बदौलत सफलता के शीर्ष पर पहुंचने वाले खिलाडिय़ों की बात की जाए तो शहर की प्रतिभा भी किसी से कम नहीं है। क्रिकेट हो या फिर कोई और खेल, सभी में शहर के खिलाड़ी अपना लोहा मनवा रहे हैं। अब दक्षिण कोरिया में हो रहे फिना में भारतीय दल के यूपी के इकलौते खिलाड़ी में शहर के होनहार का नाम शामिल है। इस प्रतियोगिता में 34 देशों के करीब 2400 से ज्यादा खिलाड़ी तैराकी की विभिन्न स्पर्धाओं में प्रतिभा दिखाएंगे।

ग्वांगजू में गोते लगाएंगे अनुभव

शहर के तिलक नगर निवासी 31 वर्षीय अनुभव पांच अगस्त से दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू में होने वाली 18 वीं वल्र्ड फेडरेशन इंटरनेशनल डी नेशन (फिना) तैराकी में भारतीय दल में यूपी से इकलौते खिलाड़ी के रूप में शामिल होंगे। वल्र्ड मास्टर प्रतियोगिता के लिए उनका चयन पिछले वर्ष 12 से 14 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में हुई स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की मास्टर्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर हुआ।

परिवार ने हमेशा दिया साथ

अनुभव कहते हैं कि कामयाबी में मेरे परिवार का बड़ा सहयोग है। मां रेखा मिश्रा ने बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। वही पत्नी ज्योत्सना ने खुद भी तैराकी का अभ्यास कर साथ निभाया। पिता श्रीचंद्र मिश्र मूलरूप से कश्मीर के रहने वाले थे, उन्होंने बचपन से ही तैराकी की बारीकियां सिखाईं।

कोच ने दिलाया मुकाम

शादी के बाद लगभग चार वर्ष तक तैराकी से दूर रहने के बाद कोच प्रकाश अवस्थी ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने स्किल व स्टेमिना को लेकर पूल पर कड़ा अभ्यास कराया। इसके बाद हुई स्टेट प्रतियोगिताओं में पदक जीता। जो कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट रहा। इसके बाद लगातार प्रतियोगिताओं में हिस्सेदारी कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया में होने वाली वल्र्ड मास्टर्स प्रतियोगिता में दुनिया भर के शीर्ष तैराकों के साथ कई पूर्व ओलंपियंस से मुकाबला होगा, वह उन्हें चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

देश की ओर से हिस्सेदारी गर्व की बात

अनुभव कहते हैं कि अपने देश की ओर से प्रतियोगिता में हिस्सेदारी गर्व की बात है। किसी भी प्रतियोगिता में तिरंगे झंडे के साथ उतरना हर खिलाड़ी का सपना होता है। दक्षिण कोरिया में होने वाली प्रतियोगिता में पदक जीतकर देश और शहर का नाम रोशन करूंगा। अनुभव 50 व 100 मीटर फ्रीस्टाइल और बटरफ्लाई स्पर्धा में भाग लेंगे।

अनुभव की उपलब्धियों पर एक नजर

वर्ष 1997 : झांसी में हुई स्टेट तैराकी में स्वर्ण पदक जीता।

वर्ष 1998 : सहारनपुर में हुई स्टेट तैराकी में स्वर्ण पदक हासिल किया।

वर्ष 1999 से 2001 तक : चेन्नई, बेंगलुरू व चंडीगढ़ में हुई राष्ट्रीय तैराकी में शीर्ष सात खिलाडिय़ों में जगह बनाई।

वर्ष 2003 : लखनऊ में हुए स्कूल नेशनल तैराकी में प्रतिभा दिखाई। 

वर्ष 2003-04 : बेंगलुरू में हुई ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी तैराकी में पदक हासिल किए।

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