अमर दुबे की पत्नी के वकील नहीं पहुंचे किशोर न्याय बोर्ड, अब मामले में सुनवाई होगी 17 को

अमर दुबे की पत्नी पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। नाबालिग घोषित होने बाद अमर की पत्नी का मामला किशोर न्याय बोर्ड में चल रहा है। बचाव पक्ष ने रिपोर्ट पर असहमति जताकर जांच की मांग की थी।

By Moris SamuelEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 08:56 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 08:56 PM (IST)
अमर दुबे की पत्नी के वकील नहीं पहुंचे किशोर न्याय बोर्ड, अब मामले में सुनवाई होगी 17 को
अमर की पत्नी खुशी के वकील बोर्ड नहीं पहुंचे

कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में आरोपित अमर दुबे की पत्नी के वकील किशोर न्याय बोर्ड नहीं पहुंचे। बोर्ड ने अगली तिथि 17 नवंबर नियत की है। 

पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी पर हत्या, डकैती, हत्या का प्रयास, साजिश जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। नाबालिग घोषित होने के बाद अमर की पत्नी का मामला किशोर न्याय बोर्ड में चल रहा है। बचाव पक्ष ने मनोवैज्ञानिक परीक्षण रिपोर्ट पर असहमति जताकर दोबारा जांच की मांग की थी। बचाव पक्ष के प्रार्थना पत्र पर गुरुवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अमर की पत्नी के वकील नहीं पहुंचे। सहायक ने अधिवक्ता के न पहुंचने का प्रार्थनापत्र बोर्ड में दिया। अमर की पत्नी के वकील शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि न पहुंच पाने से बोर्ड ने अगली तिथि 17 नवंबर तय की है।

बिकरू हत्याकांड के दौरान 16 वर्ष की थी खुशी

शैक्षिक प्रमाण पत्रों के अधार पर खुशी का जन्म 21 अगस्त 2003 को हुआ था। जिस वक्त बिकरू हत्याकांड हुआ था, खुशी 16 वर्ष की थी। किशोर न्याय बोर्ड में नाबालिग साबित करने के लिए खुशी के स्कूल के प्रधानाचार्य के बयान भी दर्ज किए गए थे।

विकास दुबे के बीच में आने पर हुई शादी

पुलिस के अनुसार अमर के खिलाफ चोबेपुर थाने में हत्या के प्रयास, मारपीट व लूट के पांच मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब शिवली और शिवराजपुर थाने में उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। उसके पिता संजीव उर्फ संजू दुबे के खिलाफ भी 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं बताया गया है कि अमर दुबे के आपराधिक इतिहास का लड़की वालों को पता चलने के बाद लड़की वालों ने इन्कार कर दिया था।  विकास दुबे ने बीच में आकर लड़की वालों पर शादी का दबाव डाला था।

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