रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने पत्नी की हत्याकर खुद जान दी kanpur news

कानपुर देहात के पुखरायां में शनिवार देर रात रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने पत्नी और दो बच्चों पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। पत्नी की मौत हो गई। उसने भी हाईवे पर जाकर वाहन के सामन

By AbhishekEdited By: Publish:Sun, 10 Nov 2019 10:38 AM (IST) Updated:Sun, 10 Nov 2019 12:11 PM (IST)
रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने पत्नी की हत्याकर खुद जान दी kanpur news
रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने पत्नी की हत्याकर खुद जान दी kanpur news

कानपुर देहात, जेएनएन :  पुखरायां कस्बा के वार्ड 17 गांधी नगर मोहल्ले में शनिवार की रात रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे ने लोहे की रॉड से पत्नी की सोते समय हत्या कर दी। पास में सो रहे दो पुत्रों को भी रॉड मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। बाद में स्वयं हाईवे पर जाकर वाहन के सामने कूद कर जान दे दी। बच्चों को हैलट रेफर किया गया है।

 कस्बा निवासी 35 वर्षीय दीपक यादव उर्फ दीपू अपनी पत्नी रश्मी दो पुत्र मयंक, हनी, पिता रामबिहारी, मां सुमन के साथ रहता था। बीएसएफ से रिटायर्ड इंस्पेक्टर पिता ने बताया कि दीपक 2010 में मर्चेंट नेवी में नौकरी पर गया था। वहां मानसिक रूप से बीमार होने के कारण 2012 में नौकरी छोड़ कर चला आया था। तब से पुखरायां में ही निजी मकान में सपरिवार रह रहा था। शनिवार को पिता-मां भूतल कमरे में लेटे थे। दीपू अपनी पत्नी व बच्चों के साथ प्रथम तल पर बने कमरे में लेटे थे। इस मकान में कई किराएदार भी रहते हैं। जो अपने मकरों में सो रहे थे। आधी रात के समय दीपक ने लोहे की रॉड से बेड पर सो रही पत्नी के सिर पर वार कर दिया जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। पास में लेटे दोनों पुत्र भी इस हमले में घायल होकर बेहोश हो गए।

इसके बाद वह बाहर आया और गेट का दरवाजा खोल कर बाहर जाने लगा तो पिता ने टोका रात के समय कहां जा रहे हो, इस पर बाहर जाने की बात कहते हुए निकल गया। मानसिक रूप से बीमार होने के कारण पिता भी उसके पीछे चल दिया। युवक कुछ ही दूरी पर पहुंचा था कि हाईवे पर एक वाहन के सामने छलांग लगा दी जिससे कुचल कर उसकी मौत हो गई। आनन-फानन पिता वापस घर और ऊपर कमरे में गया तो वहां बहू व मासूम रक्तरंजित हालत में पड़े मिले। इस बीच चीख पुकार पर किराएदारों की नींद खुल गई। लोगों की मदद से सभी को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया। वहां रश्मी को मृत घोषित कर दिया गया। बच्चो की हालत गंभीर होने पर उन्हें हैलट रेफर किया गया।

chat bot
आपका साथी