सीएसजेएमयू में फीस वृद्धि पर फूटा गुस्सा, एबीवीपी ने प्रदर्शन कर स्टाफ पर वसूली के लगाए आरोप

कुलपति ने समीक्षा करने के बाद कुछ कोर्सों में फीस कम करने का आश्वासन दिया है। विद्यार्थियों ने स्टाफ पर डिग्री और सत्यापन के नाम पर वसूली का भी आरोप लगाया है। जिसके बाद कुलपति ने सुबूतों के आधार पर कार्रवाई की बात कही।

By Abhishek VermaEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 10:52 PM (IST)
सीएसजेएमयू में फीस वृद्धि पर फूटा गुस्सा, एबीवीपी ने प्रदर्शन कर स्टाफ पर वसूली के लगाए आरोप
एबीवीपी ने गुरुवार को एकेडमिक भवन का घेराव कर हंगामा व प्रदर्शन किया।

कानपुर, जागरण संवाददाता। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सों में फीस वृद्धि के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने गुरुवार को एकेडमिक भवन का घेराव कर हंगामा व प्रदर्शन किया। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने समीक्षा करने के बाद फीस के संबंध में निर्णय लेने का आश्वासन दिया। छात्रों ने स्टाफ पर डिग्री व सत्यापन के नाम पर वसूली का आरोप लगाया। कुलपति ने सुबूतों के आधार पर कार्रवाई की बात कही। 

एबीवीपी के पदाधिकारी पूर्वाह्न 11 बजे विश्वविद्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए एकेडमिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गए। इकाई अध्यक्ष ईयांशी तोमर व उपाध्यक्ष श्रेयांश अवस्थी ने बताया कि विश्वविद्यालय में पीएचडी, बीफार्मा, बीटेक कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व इन्फार्मेशन टेक्नोलाजी कोर्सों में अनियमित फीस वृद्धि की गई है। जिस कोर्स की दूसरे विश्वविद्यालय में 70 हजार रुपये फीस है, उसी का सीएसजेएमयू में एक लाख रुपये से ज्यादा शुल्क तय किया गया है। कुलपति ने छात्रों को सभागार में बुलाकर वार्ता की और फीस कमेटी के साथ समीक्षा करने के बाद शुल्क कम करने का आश्वासन दिया। छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन त्रुटि संशोधन के रूप में दो हजार रुपये ले रहा है। इस पर कुलपति ने कहा कि यह धनराशि विद्यार्थियों से नहीं, बल्कि कालेजों से ली जाएगी। छात्रों ने सत्र 2022-23 में पंजीकरण शुल्क 600 रुपये से घटाकर 200 करने की भी मांग की। कुलपति ने हेल्थ साइंस इंस्टीट्यूट में छात्रों से बैकपेपर के नाम पर आफलाइन लिए गए 1050 रुपये 10 दिन में वापस करने का भरोसा दिया। छात्रावास और मेस का शुल्क सेमेस्टर के आधार पर लेने की मांग पर उन्होंने कमेटी से वार्ता करने की बात कही। 

कुलपति ने विश्वविद्यालय परिसर में 15 वाटर कूलर लगाने के लिए भी आदेश दिए। बीएएमएस वर्ष 2019 की परीक्षा व परिणाम संबंधी अनियमितताओं की जांच कराने की बात कही। कुलपति ने बताया कि राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के तहत बीकाम के परिणाम जारी हो चुके हैं। बीए और बीएससी का रिजल्ट एक दो दिन में जारी हो जाएगा। पीएचडी के शोधार्थियों को 10 हजार रुपये फेलोशिप देने का फैसला लिया गया है। कुलसचिव डा. अनिल कुमार, सीडीडी निदेशक डा. आरके द्विवेदी, छात्रों में अंकिता, अंजलि, तान्या, वैष्णवी, दिनेश, प्रतीक, आशुतोष, शशांक, कुशाग्र आदि रहे।

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