शिक्षकों ने विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाना सीखा

जागरण संवाददाता, कानपुर: आमतौर पर छात्र-छात्राएं ही विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाना सीखते हैं, पर रविवार

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Jul 2017 01:02 AM (IST) Updated:Mon, 17 Jul 2017 01:02 AM (IST)
शिक्षकों ने विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाना सीखा
शिक्षकों ने विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाना सीखा

जागरण संवाददाता, कानपुर: आमतौर पर छात्र-छात्राएं ही विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाना सीखते हैं, पर रविवार को पं. शिवगोविंद मिश्र आर्यनगर इंटर कॉलेज आर्य नगर में शिक्षकों ने स्टूडेंट्स की तरह विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाने सीखे। मौका था 25वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की ओर से आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का, जिसमें शहर के अलावा 10 अन्य जिलों से एक को-आर्डिनेटर व चार शिक्षक मौजूद रहे। बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष आरसी शर्मा ने उद्घाटन करते हुए कहा विज्ञान में हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है। कार्यशाला का विषय सतत विकास के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार रखा गया। कार्यशाला के जिला समन्वयक राहुल माथुर ने कहा जिन शिक्षकों ने विज्ञान के प्रोजेक्ट बनाने सीखें (12वीं कक्षा में पढ़ाए जाने वाले) वह सभी अपने विद्यालयों में बच्चों को उसी ढंग से प्रोजेक्ट बनाना सिखाएंगे। इस दौरान मुख्य रूप से डॉ. गिरीश मिश्रा, डॉ. सत्यप्रकाश चौहान, डॉ. प्रत्युष राज शुक्ला, ज्ञान सिंह, डॉ. नीता माथुर, अनिल मिश्रा आदि मौजूद रहे।

बीएससी का छात्र बना मार्गदर्शक: कार्यक्रम में बीएससी का छात्र गौरव प्रजापति मार्गदर्शक की भूमिका में रहा। कंवीनर राहुल माथुर ने कहा गौरव ने 2011 में नौवीं कक्षा में पढ़ते हुए इंडियन साइंस कांग्रेस में हिस्सा लिया था। इसके बाद से वह ऐसे कार्यक्रमों में सहयोग करता है।

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