जैम व अचार बनाकर ग्रामीण महिलाएं बन रहीं उद्यमी, कमा रही हजारों

जैम व अचार बनाकर ग्रामीण महिलाएं अपने पैरों पर खड़े होने के साथ परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही हैं।महिला कृषक दिवस पर उन्हें कृषि विश्वविद्यालय में सम्मानित किया।

By Edited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 01:35 AM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 10:53 AM (IST)
जैम व अचार बनाकर ग्रामीण महिलाएं बन रहीं उद्यमी, कमा रही हजारों
जैम व अचार बनाकर ग्रामीण महिलाएं बन रहीं उद्यमी, कमा रही हजारों
कानपुर (जागरण संवाददाता)। जैम व अचार बनाकर ग्रामीण महिलाएं अपने पैरों पर खड़े होने के साथ परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही हैं। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के किसान मेला में कानपुर, फतेहपुर, हरदोई व कन्नौज के गांवों की ऐसी 15 महिलाओं को सम्मानित किया गया जो खान पान की चीजें बनाने के साथ गेहूं, चावल व सब्जियों की खेती से शानदार मुनाफा काम रही हैं।
महिला कृषक दिवस पर उन्हें मुख्य अतिथि केडीए उपाध्यक्ष किंजल सिंह, कुलपति प्रो. सुशील सोलोमन व प्रसार निदेशालय के निदेशक प्रो. धूम सिंह ने सम्मानित किया। केडीए उपाध्यक्ष ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आइएएस बनने के लिए किए गए अपने संघर्ष के बारे में बताया। कन्नौज के बहेलियन पुरवा निवासी नीलम देवी ने आम के जैम को रोजगार का साधन बनाया। वह जैम के अलावा अचार बनाकर साढ़े चार से पांच हजार रुपये महीना कमा लेती हैं। कन्नौज के पंचपोखरा गांव की पुष्पा देवी मशरूम की खेती करती हैं। उन्होंने इसका प्रशिक्षण सीएसए से लिया और बीज भी उन्हें यहीं से मिल जाते हैं।
सिलाई कढ़ाई से आमदनी कर रहीं पूजा
कानपुर के पहाड़ीपुर की रहने वाली पूजा पाल गांव में ही सिलाई कढ़ाई करके पांच हजार रुपये तक कमा लेती हैं। उन्हें सीएसए के गृह विज्ञान महाविद्यालय से रोजगार स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त हुआ और अब वह अपने पैरों पर खड़ी हैं। परिवार का खर्च भी अब आराम से उठा रही है।
यह भी हुई सम्मानित
-चंद्रवती सिंह चौहान, विक्रमपुर कानपुर
-रजोला देवी, औरंगाबाद कानपुर
-अलका, मझियार कानपुर
-रामवती, चतुर निवादा कानपुर
-राधा, सहवानपुरवा कानपुर
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