पापा ने बनाई हौसले की पिच तो एकता बनी सलामी बल्लेबाज
हाल ही में इंटर की परीक्षा पास करने वाली एकता यूपीसीए की महिला टीम की ओपनर बल्लेबाज है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : बचपन में ही पापा ने बेटी के हौसले को बढ़ाते हुए मंजिल पर आगे बढ़ने के लिए पिच तैयार की तो बेटी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। मेहनत के बल पर एकता सलामी बल्लेबाज की गद्दी पर जा बैठी। हुनरमंद बेटी ने खेल मैदान के साथ ही पढ़ाई में भी अंकों की बारिश की। हाल ही में इंटर की परीक्षा पास करने वाली एकता इस समय यूपीसीए की महिला टीम की ओपनर बल्लेबाज है।
खेल से चकाचौंध करने वाली काकादेव की एकता को साथी खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग के नाम से बुलाती हैं। इनके पिता राकेश कुमार सिंह परिवहन विभाग में क्लर्क हैं। दो बहनों में छोटी एकता के क्रिकेट करियर के सपने पर पिता ने बचपन में ही मुहर लगा दी थी। घर के पास ही गुरु गोविंद सिंह एकेडमी के मैदान में पिता सुबह टहलने जाते थे। पांच साल की उम्र में एकता पापा के साथ मैदान में जाने लगी तो वह बच्चों के साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस करने लगी। यह देख पिता ने भी हौसला बढ़ाया और उसकी बल्लेबाजी में निखार आने लगा। आखिरकार यूपीसीए में अंडर 14 के ट्रायल दिया और सलेक्ट हो गई। बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन देख ओपनिंग करने का मौका दिया तो वह भी पीछे नहीं रही और हर गेंद को बांउड्री का रास्ता दिखाने लगी। आज भी वह सीनियर महिला टीम में सलामी बल्लेबाज है।
डिस्ट्रिक्ट, स्टेट, जोन, सेंट्रल जोन हर जगह अच्छी परफॉमर्ेंस देने वाली एकता ने इसी वर्ष सर पदमपत सिंघानिया स्कूल से इंटर की परीक्षा पास की है। एकता का सपना अब टीम इंडिया का सदस्य बनकर खेलने का है। इसके लिए वह अपनी बल्लेबाजी को धार देने के लिए रोजाना अभ्यास करती रहती है।
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उपलब्धिया
-यूपीसीए की अंडर 19 टीम में 6 वर्ष तक खेला
-अंडर 19 में ऑल इंडिया रैंकिंग में दूसरे नंबर पर रही
-अंडर 19 में हाईएस्ट रन रिकॉर्ड 145 बनाया
-अंडर 19 में इंडिया ए चैलेंजर ट्रॉफी खेल
-3 वर्ष तक अंडर 23 खेला
-अब यूपीसीए सीनियर टीम की सदस्य