मनरेगा मजदूर बदलेंगे पांडु नदी की सूरत
कहीं-कहीं पर धूल उड़ रही। दुर्दशा की दंश झेल रही पांडु नदी की सूरत बदलने के लिए मनरेगा मजदूर उतरेंगे। पांडु नदी फर्रुखाबाद जिले से शुरू हुई और कन्नौज कानपुर देहात कानपुर नगर से होते हुए फतेहपुर जिले में गंगा नदी में ही मिल गई। इसकी लंबाई करीब 120 किलोमीटर तक है। उमर्दा विकास खंड की
संवाद सहयोगी, तिर्वा : बारिश के बिना पांडु नदी में कभी पानी नहीं रहता। पांडु नदी पूरी तरह से सूखी रहती है और बारिश के समय कहर बरसाती है। इस पांडु नदी में इस समय घास उग आई और कहीं-कहीं पर धूल उड़ रही। दुर्दशा की दंश झेल रही पांडु नदी की सूरत बदलने के लिए मनरेगा मजदूर उतरेंगे।
पांडु नदी फर्रुखाबाद जिले से शुरू हुई और कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर से होते हुए फतेहपुर जिले में गंगा नदी में ही मिल गई। इसकी लंबाई करीब 120 किलोमीटर तक है। उमर्दा विकास खंड की छह ग्राम पंचायतों के बीच से पांडु नदी गुजरी है। लॉक डाउन में ग्राम पंचायतों के मनरेगा मजदूर नदी की सफाई व खोदाई करने का काम करेंगे। बारिश से पूर्व नदी को साफ कर दिया जाएगा। 10.5 किलोमीटर तक मनरेगा कार्य योजना से काम होगा। इससे किसानों को बारिश में राहत मिलेगी। गांव में पानी नहीं भरेगा और फसलों को भी राहत रहेगी।
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इन पंचायतों में होगा काम
खानपुर, सरसई, औसेर, रहमतपुर, सिगरी, सिमरिया के मनरेगा मजदूर काम करेंगे। इसके साथ ही गंगापुर्वा, रपरा, बथुईया, दलेलपुर, मन्नापुर्वा मडैंयन, मौजमपुर, कोला, सिमरिया, रकसहिया, भरतीपुर्वा, धूरपुर, उमरायपुर्वा, नयापुर्वा समेत आसपास के कई गांव को फायदा मिलेगा। --------
लॉक डाउन में काम शुरू करा दिया जाएगा। इससे मजदूरों को काम मिलेगा और बारिश से पूर्व काम भी पूरा हो जाएगा।
सरला देवी, बीडीओ उमर्दा