पानी की आस में ग्रामीणों की जिंदगानी

रों में नहीं पहुंचा है। करीब छह माह पहले सड़क पर नाली खोदाई का काम शुरू कराया गया। लोगों को उम्मीद जागी लेकिन 15 दिन बाद काम बंद हो गया। अब टूटी सड़क पर गिरकर बाइक व साइकिल सवार घायल हो रहे हैं। गांव अरुण कुमार दुबे गोरे दुबे कल्लू पांडेय अवध किशोर सक्सेना पंकज सक्सेना भोला पांडेय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 06:13 AM (IST)
पानी की आस में ग्रामीणों की जिंदगानी
पानी की आस में ग्रामीणों की जिंदगानी

- 12 गांव की आपूर्ति को वर्ष 2015 में कराया गया निर्माण

- नारेबाजी व प्रदर्शन कर जताया विरोध

संवाद सूत्र, कसावा: चार वर्ष से गांव के लोग टंकी से पानी की सप्लाई की आस लगाए हैं,लेकिन अब तक घरों में पानी नहीं पहुंचा है। इस निर्माण को खोदी गई सड़क पर गिरकर लोग घायल भी हो रहे हैं। इससे नाराज लोगों ने नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया।

ग्राम पंचायत कसावा से 12 मजरे जुड़े हैं। इन गांवों के लोगों को बेहतर जलापूर्ति के लिए वर्ष 2015 में पानी की टंकी का निर्माण कराया गया। इसके बाद आपूर्ति शुरू की गई तो गांव पूर्वी मड़ैया, नगला ताल पार, नगला मान, सुल्तानपुर, हरदयाल नगला, दलसिंहपुर, भारापुर व पश्चिमी मड़ैया में आधी अधूरी सप्लाई पहुंची। नगला गागिन, कठाहार व पूर्वी कसावा में पानी अब तक घरों में नहीं पहुंचा है। करीब छह माह पहले सड़क पर नाली खोदाई का काम शुरू कराया गया। लोगों को उम्मीद जागी लेकिन 15 दिन बाद काम बंद हो गया। अब टूटी सड़क पर गिरकर बाइक व साइकिल सवार घायल हो रहे हैं। गांव अरुण कुमार दुबे, गोरे दुबे, कल्लू पांडेय, अवध किशोर सक्सेना, पंकज सक्सेना, भोला पांडेय, संजीव सविता, रोहित सक्सेना, रामसनेही सक्सेना, सचिन कश्यप, रवीश पांडेय, श्याम स्वरूप दुबे, देवेंद्र सक्सेना आदि ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। नारेबाजी कर समस्या का समाधान कराए जाने की मांग की।

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यह पानी की टंकी अभी ग्राम पंचायत को हस्तांतरित नहीं की गई है। जल निगम की ओर से ही देखभाल कराई जा रही है। कार्य पूरा होने के बाद सभी गांव तक पहुंचने वाली आपूर्ति का परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद ही इसे ग्राम पंचायत का हिस्सा बनाया जाएगा।

- सत्यपाल सिंह चौहान, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

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