नदियों का घटा जलस्तर, हालात जस के तस

जागरण संवाददाता, कन्नौज : गंगा व काली नदी का जलस्तर घटा लेकिन हालात जस के तस बने रहे। गुरु

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Sep 2018 07:08 PM (IST) Updated:Thu, 06 Sep 2018 07:08 PM (IST)
नदियों का घटा जलस्तर, हालात जस के तस
नदियों का घटा जलस्तर, हालात जस के तस

जागरण संवाददाता, कन्नौज : गंगा व काली नदी का जलस्तर घटा लेकिन हालात जस के तस बने रहे। गुरुवार को गंगा का जलस्तर घटकर 125.780 मीटर तक पहुंच गया। लेकिन बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी तरह की राहत नहीं मिली। कासिमपुर व बक्सीपुरवा समेत दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी भरा रहा। बच्चे, बड़े व बुजुर्ग सभी बेहाल रहे। जानवरों भी इधर-उधर भटकते रहे। राजस्व टीम ने पहुंच कर सड़क किनारे बसे परिवारों को खाने-पीने की व्यवस्था कराई। गांव में जाने के लिए नावों की संख्या बढ़ाई गई। वहीं, काली नदी का जलस्तर स्थिर रहा। लेकिन चौधरियापुर, चौराचांदपुर, लिख्खपुरवा, अलियापुर, अड़ंगापुर, रिजगिर समेत एक दर्जन गांव में खतरा बरकार रहा। कटान के कारण चौधरियापुर रोड कई जगह से कटने लगी। चौराचांदपुर में पुलिया डूबने के कारण आगमन पूरी तरह से बंद रहा। एसडीएम सदर डा. महेंद्र कुमार ¨सह व तहसीलदार अर¨वद कुमार ने गंगा व काली नदी से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा दिया। ग्रामीणों को गांव के अंदर जाने से मना किया। जलालाबाद में काली कहर

जलालाबाद का अधिकांश हिस्सा काली नदी की चपेट में है। दर्जनों गांव में पानी भरा हुआ है। इससे ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पट्टीमटेहना, गड़ियाब लिदासपुर, मुर्रा, हड़ाहपुर, तरायीपुर्वा, माया नगर में चारों तरफ पानी भरा हुआ है। पट्टीमटेहना में संपर्क मार्ग पानी में डूब गया है। आने-जाने का कोई साधन नहीं है। यहां की लगभग 500 आबादी प्रभावित है। ग्रामीण एक किलो मीटर तक पानी में घुस कर आते-जाते हैं। राहत व बचाव कार्य के इंतजाम नहीं किए गए हैं। कोई भी अधिकारी ग्रामीणों की सुध लेने अब तक नहीं पहुंचा है। कई एकड़ धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। दर्जनों कच्चे मकान गिरने का सिलसिला जारी है।

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