ईमोजी बताएंगे कैसा है बच्चों की रि़जल्ट

- लर्निग आउटकम (सेट-2) के परीक्षा परिणाम बच्चों को शीघ्र वितरित करने के निर्देश झाँसी : बच्चों के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 01:02 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 05:10 AM (IST)
ईमोजी बताएंगे कैसा है बच्चों की रि़जल्ट
ईमोजी बताएंगे कैसा है बच्चों की रि़जल्ट

- लर्निग आउटकम (सेट-2) के परीक्षा परिणाम बच्चों को शीघ्र वितरित करने के निर्देश

झाँसी : बच्चों के चेहरों के हाव-भाव उनके परीक्षा परिणाम को व्यक्त कर देते है। परीक्षाओं में सफलता पर मुस्कुराता हुआ चेहरा और असफलता पर मायूसी, बिना कहे ही सबकुछ बयाँ कर देती है। भावनाओं की अभिव्यक्ति का नया एवं प्रचलित तरीका है ईमोजी। इसे अब बच्चों के परीक्षा परिणाम में भी अंकित किया जाएगा। ये ईमोजी ही बताएंगे कि बच्चे का रिपोर्ट कार्ड कैसा है। लर्निग आउटकम परीक्षा के द्वितीय चरण (सेट-2) के परीक्षा परिणाम में यह अभिनव प्रयोग शुरू किया जा रहा है। परीक्षा का रिपोर्ट कार्ड बच्चों को शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है।

परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का लर्निग आउटकम के आधार पर उपलब्धि स्तर के आकलन हेतु सेट-2 परीक्षा का आयोजन 19 फरवरी को किया गया था। इसमें कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थी शामिल हुए थे किन्तु बच्चों को इस परीक्षा का रिपोर्ट कार्ड नहीं दिया गया था। महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) विजय किरन आनन्द ने प्रदेश के समस्त जनपदों के बीएसए को सेट-2 के रिपोर्ट कार्ड शीघ्र वितरित करने के निर्देश दिए है। महानिदेशक द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सेट-2 परीक्षा में पूरे प्रदेश में 89,82,964 बच्चों ने प्रतिभाग किया था। इनमें से 89,50,204 बच्चों का परीक्षाफल जारी किया गया है। परीक्षा परिणाम प्रेरणा पोर्टल पर उपलब्ध है। खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रेरणा पोर्टल से विद्यालयवार परीक्षा परिणाम पीडीएफ में डाउनलोड कर वॉट्सऐप के माध्यम से समस्त प्रधानाध्यापकों को प्रेषित किया जाएगा। रिपोर्ट कार्ड की विशेष बात यह होगी कि प्रत्येक विषय के सीखने के प्रतिफल में ईमोजी संकेतों का प्रयोग किया जाएगा। लर्निग आउटकम के सापेक्ष विद्यार्थियों द्वारा हासिल की गई उपलब्धि के आधार पर लर्निग आउटकम के सम्मुख दिए गए ईमोजी बॉक्स में उचित संकेत (पीडीएफ रिपोर्ट कार्ड के अनुसार) अंकित किया जाएगा। विद्यालय में रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध होने पर इसे शिक्षक बच्चों के घर जाकर अथवा सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए 4 से 5 अभिभावकों के छोटे-छोटे समूह बुलाकर वितरित कर सकते है। इस दौरान शिक्षक अभिभावकों से बच्चों के शैक्षणिक गृह कार्य पूर्ण कराने तथा अन्य डिजिटल माध्यमों से दी जा रही शिक्षा की प्रगति के बारे में चर्चा करेगे। अभिभावकों को प्रेरणा लक्ष्य एवं प्रेरणा सूची के विषय में जानकारी दी जाएगी। अपेक्षाकृत कम लर्निग आउटकम वाले विद्यालयों पर खण्ड शिक्षा अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है।

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