1 लाख रुपए से अधिक पर आयकर का शिकंजा

0 उड़नदस्ते की पकड़ में आने पर देना होगा प्रमाण 0 आयकर की टीम करेगी पूछताछ झाँसी : सरकार ने भले ही

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Mar 2019 01:25 AM (IST) Updated:Sun, 17 Mar 2019 01:25 AM (IST)
1 लाख रुपए से अधिक पर आयकर का शिकंजा
1 लाख रुपए से अधिक पर आयकर का शिकंजा

0 उड़नदस्ते की पकड़ में आने पर देना होगा प्रमाण

0 आयकर की टीम करेगी पूछताछ

झाँसी : सरकार ने भले ही 5 लाख रुपए की आय को आयकर से बाहर रखा हो, लेकिन अभी 1 लाख रुपए से अधिक ऱकम भी आयकर की जाँच में फँसा सकती है। उड़नदस्ता की पकड़ में पैसा आने पर धन निकासी व प्रयोग का ब्यौरा देना होगा, वरना आयकर अधिकारी पूछताछ करेंगे।

लोकसभा चुनाव में ताल ठोकने वाले प्रत्याशियों की खर्च सीमा 70 लाख रुपए तय की है। इतने पैसे में ही प्रत्याशियों को कार्यकर्ताओं के खाने-पीने की व्यवस्था भी करनी होगी, तो वाहनों की कतार भी दौड़ानी पड़ेगी। स्टार प्रचारकों की रैली पर भी इसी लिमिट के अन्दर खर्च करना पड़ता है। ऐसे में चुनावी हवा का रुख मोड़ने के लिए कुछ प्रत्याशी खर्च की इस लक्ष्मण रेखा को लाँघने में परहेज नहीं करते हैं। मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए प्रत्याशी अपने समर्थकों के माध्यम से कभी शराब बटवाते हैं, तो कभी ऩकदी। कई और कामों पर भी गुपचुप पैसा खर्च किया जाता है। इस पर निगाह रखने के लिए निर्वाचन आयोग ने उड़नदस्तों का गठन किया है। हर विधानसभा क्षेत्र में 3-3 टीम दौड़ाई गई हैं, तो अधिसूचना जारी होते ही चेकपोस्ट भी खोल दी जाएंगी। इन चेकपोस्ट व उड़नदस्तों की निगाह अवैध तरीके से लाई जाने वाली ऩकदी, शराब व शस्त्र पर रहेगी। निर्वाचन आयोग ने ऩकदी ले जाने की लिमिट 1 लाख रुपए तय की है। इससे अधिक धनराशि ले जाते हुए पकड़े जाने पर उड़नदस्ते को पूरा रिकॉर्ड बताना होगा। ऱकम किस बैंक से निकाली और कहाँ उपयोग करना है, इसकी जानकारी व प्रमाण न मिलने पर आयकर विभाग की टीम को तलब कर लिया जाएगा, जिसके बाद जाँच का दायरा बढ़ जाएगा और धनराशि ले जाने वाले की कुण्डली खँगाली जाएगी। धनराशि अवैध तय होने पर सरकारी खजाने में जमा कराई जाएगी। प्रभारी एवं नोडल अधिकारी निर्वाचन कण्ट्रोल रूम नीरज कुमार मिश्रा ने बताया कि अवैध धनराशि की पड़ताल करने के लिए आयकर विभाग की टीम का भी गठन कर दिया गया है। चार सदस्यीय टीम का नेतृत्व एके भाटिया (डीडी इनकम टैक्स) करेंगे, जबकि राहुल कुमार दीक्षित (आइटीओ), सुनील कुमार द्विवेदी तथा मनोज पाण्डेय भी टीम में शामिल होंगे, जो सूचना मिलते ही धनराशि ़जब्त करने के साथ ही पूछताछ करेंगे।

सी-विजिल की बारीकियाँ सीखीं

झाँसी : आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों को घेरने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा लौंच किए गए सी-विजिल पोर्टल के बारे में आज अधिकारियों को जानकारी दी गई। अपर ़िजलाधिकारी नगेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। उन्होंने उड़नदस्ता, मैजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हर समय इस पर ऩजर रखनी होगी। आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज होते ही नीला निशान दिखाई देगा। 15 मिनट में सम्बन्धित अधिकारी को ऐक्शन लेना होगा। 30 मिनट में भी अगर कोई कार्यवाही नहीं होती है, तो बैगनी निशान दर्शाया जाने लगेगा। अधिकारियों को 100 मिनट मिलेंगे, इसके बाद भी कार्यवाही न होने पर सम्बन्धित अधिकारी के ख़्िाला़फ कार्यवाही की जाएगी। ई-डिस्ट्रिक मैनेजर आकाश रंजन श्रीवास्तव ने सी-विजिल पोर्टल को अपलोड करने के साथ ही ऑपरेट करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

फाइल : राजेश शर्मा

16 मार्च 2019

समय : 6.25 बजे

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