नोटबन्दी की दिक्कतें समझेगी केन्द्र की टीम

झाँसी : भारत सरकार के अडिश्नल सेक्रेटरी (अरबन डिवेलपमेण्ट अथॉरिटी) डीएस मिश्रा के नेतृत्व में केन्द्

By Edited By: Publish:Wed, 23 Nov 2016 01:11 AM (IST) Updated:Wed, 23 Nov 2016 01:11 AM (IST)
नोटबन्दी की दिक्कतें समझेगी केन्द्र की टीम

झाँसी : भारत सरकार के अडिश्नल सेक्रेटरी (अरबन डिवेलपमेण्ट अथॉरिटी) डीएस मिश्रा के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की एक टीम 23 नवम्बर को यहाँ आ रही है। टीम विमुद्रीकरण के बाद उत्पन्न स्थिति, समस्याओं को लेकर चर्चा करेगी और दिक्कतों को समझेगी। टीम बैंक्स शाखाओं का भी भ्रमण करेगी और शाम को 7 बजे मण्डलायुक्त कार्यालय में बैंकर्स, पोस्ट ऑफिस के ़जोनल अधिकारियों, उद्योग प्रतिनिधियों, ट्रांस्पोर्ट असोसियेशन के प्रतिनिधियों से चर्चा करेगी। मण्डलायुक्त के. राममोहन राव ने लीड बैंक अधिकारी समेत अन्य अफसरों को बैठक की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

बुन्देलखण्ड में बदहाली को लेकर याचिका

पूर्व केन्द्रीय मन्त्री प्रदीप जैन आदित्य ने नोटबन्दी से बुन्देलखण्ड में बनी बदहाली की स्थिति को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में पत्र याचिका दाखिल की है। इसमें बुन्देलखण्ड के किसान, ़गरीब व आम जनता के त्रस्त होने की बात कहते हुए त्वरित न्याय के लिए याचिका दी गयी है। इसमें केन्द्र सरकार के किसानों को बीज व शादियों के लिए दिए गए दिशा-निर्देश को जटिल व नाकाफी बताया है।

निर्माण कार्य भी हो रहे हैं प्रभावित

नोटबन्दी के 14 दिन बाद भी अभी स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है। नोटबन्दी के बाद चलन वाले नोट की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। नए बड़े नोट के बा़जार में नहीं पहुँचने से कई क्षेत्रों में स्थिति विकट बनी हुई है। अब महानगर में चल रहे निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। विभागीय जानकार बताते हैं कि नगर निगम के कुछ ठेकेदारों ने निर्माण कार्य रोक दिए हैं, तो कुछ ने निर्माण कार्यो की गति धीमी कर दी है। बैंक से नोट निकालने की सीमा ने अब इसका असर दिखाना शुरू किया है।

शादी के कुछ परिवारों में दोहरी मार

केन्द्र सरकार के ़फैसले के बाद भारतीय रि़जर्व बैंक ने शादी के परिवारों को 2.5 लाख रुपए देने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, जिनमें कई जटिलताएं हैं। इसमें उन परिवारों को कोई लाभ नहीं मिलेगा, जिन्होंने अपने खाते में नोटबन्दी के ़फैसले के दिन 8 नवम्बर के बाद धनराशि जमा की है। ऐसे परिवारों ने प्रचलन से बाहर हुए पुराने नोट बैंक में जमा कर दिए हैं, लेकिन उन्हें उनकी अपेक्षा के अनुसार नए नोट नहीं मिल पा रहे हैं। इसके अलावा शादी में सभी खर्चो का हिसाब रखने, चेक से भुगतान करने तथा बैंक खाता नहीं होने पर भुगतान की रसीद लेने को अनिवार्य किया गया है। शादी में कई ऐसे खर्च होते हैं, जिनका हिसाब व रसीद मुश्किल होता है। इसको लेकर दिक्कत होना तय है। हालाँकि, इसमें वर व वधू पक्ष अलग-अलग 2.5 लाख रुपए बैंक से निकाल सकते हैं।

अब सिर्फ परम्परा का निर्वाह

शादी-विवाह में कई शगुन ऩकद रुपए से ही होते हैं। इसमें विवाह में जूतों की चोरी, मानदानों का सम्मान, न्यौछावर जैसी रस्म होती हैं, अब नोटबन्दी के बाद यह रस्मे किसी प्रकार निभायी जा रही हैं। इन रस्मों में पुराने नोट लेने से लोग बिदक रहे हैं। इसके अलावा बरात में डांस के दौरान उड़ाए जाने वाले नोट अब गायब से हो गए हैं। इससे अब बैण्ड बाजे वाले उदास हैं।

स्कूलों में आरम्भिक गणित की पढ़ाई में होगा सुधार

0 शिक्षिकाओं को दिया प्रशिक्षण

झाँसी : नगर शिक्षा क्षेत्र कार्यालय स्थित नगर संसाधन केन्द्र पर आरम्भिक गणित पर कक्षा 1 व 2 में गणित पढ़ाने में दक्षता विकास हेतु चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश चन्द्र ने किया। इस प्रशिक्षण में कक्षा 1 व 2 के बच्चों को आरम्भिक गणित में शिक्षण दक्षता बढ़ाने तथा बच्चों को आसपास के परिवेश से सिखाने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर सह समन्वयक चौधरी धर्मेन्द्र सिंह, रागिनी खरे, अन्नपूर्णा आदि उपस्थित रहे।

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