गोल्डेन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुए कुछ प्राणायाम

वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शनिवार को युवा दिवस समारोह में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा योग सिखाने पर कुछ प्राणायाम को गोल्डेन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया। संस्था के आलोक कुमार ने कहा कि पाद हस्थासन, ताड़ासन, सूर्य नमस्कार को व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया कि एक लाख से अधिक लोगों ने इस प्राणायाम को एक साथ किया। इसका प्रमाणपत्र भी कुलपति प्रो.राजाराम को दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jan 2019 06:27 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jan 2019 06:27 PM (IST)
गोल्डेन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुए कुछ प्राणायाम
गोल्डेन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुए कुछ प्राणायाम

जासं, जौनपुर : वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शनिवार को युवा दिवस समारोह में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा योग सिखाने पर कुछ प्राणायाम को गोल्डेन बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया। संस्था के आलोक कुमार ने कहा कि पाद हस्थासन, ताड़ासन, सूर्य नमस्कार को व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया कि एक लाख से अधिक लोगों ने इस प्राणायाम को एक साथ किया। इसका प्रमाणपत्र भी कुलपति प्रो.राजाराम को दिया। रामदेव ने दिलाया यह संकल्प :-

-समाज में किसी प्रकार का भेदभाव न करे।

-स्वदेशी को अपनाएंगे, देश को बचाएंगे।

-सच्चाई का साथ दें, बुराई से दूर हटे।

भूख-प्यास से बिलखते रहे छात्र :-युवा दिवस समारोह में गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, इलाहाबाद के एनएसएस स्वयं सेवक-सेविकाएं पहुंची थी। इसमें अधिकतर स्वयं सेवक नाश्ता-पानी व भोजन की व्यवस्था न होने से भूख-प्यास से बिलखते रहे। राष्ट्रीय स्नातकोत्तर पीजी कालेज सुजानगंज के बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र आरिफ शेख, ऋषभ मिश्रा ने कहा कि वह लोग सुबह छह बजे घर से निकले हैं, इसके बाद से दोपहर तीन बजे तक नाश्ता पानी तक नहीं मिला। वहीं श्री गणेश राय पीजी कालेज की छात्राएं शबनम, लवि तिवारी, सोनाली सोनी घर से लंच लेकर आई थी, कार्यक्रम के दौरान ही बीच में भोजन करती दिखी। वही गाजीपुर के श्री महंतराम आश्रय दास पीजी कालेज के छात्र अनिल प्रजापति, प्रदीप पाल ने बताया कि वह सभी घर से साढ़े चार बजे निकले है दोपहर तक उनको नाश्ता तक नहीं मिला है। ऐसे में वह लोग बीच कार्यक्रम में ही कालेजों की टीम के साथ घर लौट रहे हैं। काफी संख्या में स्वयं सेवक कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर जाते दिखे।

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