कर्ज में डूबे किसान ने की खुदकशी

जागरण संवाददाता, जफराबाद (जौनपुर): क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में बुधवार की रात किसान ने फ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Mar 2018 10:56 PM (IST) Updated:Thu, 22 Mar 2018 10:56 PM (IST)
कर्ज में डूबे किसान ने की खुदकशी
कर्ज में डूबे किसान ने की खुदकशी

जागरण संवाददाता, जफराबाद (जौनपुर): क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में बुधवार की रात किसान ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। गुरुवार की सुबह उसकी लाश देखी गई। परिजनों की मानें तो चकबंदी विभाग के अधिकारियों की रिश्वतखोरी के चलते कर्ज के बोझ से दबने और शराब की दुकान का लाइसेंस न मिलने से अवसादग्रस्त होकर उसने मौत को गले लगाया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

मोहम्मदपुर निवासी पेशे से किसान ओंकारनाथ पांडेय (48) की लाश सवेरे घर के बगल में स्थित टिन शेड में लगे लोहे के राड में रस्सी से फांसी के फंदे के सहारे लटकी देखी गई। घर में कोहराम मच गया। आस-पास के ग्रामीण भी जुट गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। चौकी प्रभारी एलबी ¨सह सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे और फंदा खोलकर शव को उतारा। पूछताछ के दौरान मृत किसान के पुत्र विकास पांडेय ने पुलिस को बताया कि उसके पिता खेती के अलावा फेरी लगाकर अनाज बेचने का धंधा करते थे। करीब दो साल से वह घर के पास स्थित जमीन अपने हिस्से में कराने के लिए चकबंदी विभाग का चक्कर लगा रहे थे। विभागीय अधिकारियों को सुविधा शुल्क देने के लिए लाखों रुपये कर्ज ले चुके थे। चकबंदी में मुकदमा अभी भी विचाराधीन है। हाल ही में शराब की दुकान का लाइसेंस मिलने की उम्मीद से कई ऑनलाइन फार्म भी भर दिए थे। नीलामी में दुकान मिली नहीं और उसमें भी कर्ज के पैसे डूब गए थे। इससे वह और भी तनावग्रस्त हो गए थे। समझा जाता है कि उन्होंने आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबे होने के ही कारण यह आत्मघाती कदम उठाया। पंचनामा के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि आरंभिक छानबीन में उन्हीं बातों की पुष्टि हो रही है, जो मृत किसान के बेटे ने बताई है।

chat bot
आपका साथी