सुकमा व अधिवक्ता हत्याकांड के विरोध में कार्य बहिष्कार

जागरण संवाददाता, जौनपुर : सुकमा, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले से जवानों की मौत व प्रतापगढ़ बार के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST)
सुकमा व अधिवक्ता हत्याकांड के विरोध में कार्य बहिष्कार
सुकमा व अधिवक्ता हत्याकांड के विरोध में कार्य बहिष्कार

जागरण संवाददाता, जौनपुर : सुकमा, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले से जवानों की मौत व प्रतापगढ़ बार के पूर्व अध्यक्ष धनंजय मिश्र की गोली मारकर हत्या से आक्रोशित दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार किया। उधर कलेक्ट्रेट अधिवक्ता समिति की बैठक में भी सुकमा में नक्सली घटना की ¨नदा करते हुए कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया।

दीवानी न्यायालय सभागार में दिनेश प्रताप ¨सह की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक की गई, जिसमें नक्सली हमले में शहीद 26 जवानों की मौत पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। भारत सरकार तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को नक्सलियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग प्रस्ताव भेज कर की गई। जिससे नक्सल प्रभावित इलाकों में अमन-चैन स्थापित हो सके।

साथ ही अधिवक्ता धनंजय की हत्या की कड़े शब्दों में ¨नदा की गई। हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी व पीड़ित परिजनों को पचास लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई। सरकार से अपेक्षा की गई कि अपराध तंत्र पर अंकुश लगाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जाए। बैठक में उपाध्यक्ष श्यामाकांत श्रीवास्तव, इंद्रजीत मिश्र, अनिल ¨सह कप्तान मंत्री, ओमप्रकाश पाल, अवधेश ¨सह, सुरेंद्र मिश्र, सुभाष चंद्र यादव, हिमांशु श्रीवास्तव, पुनीत शुक्ला, अवनीश चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे।

उधर कलेक्ट्रेट अधिवक्ता समिति की बैठक अध्यक्ष विजय प्रताप ¨सह की अध्यक्षता में हुई। इसमें सुकमा की नक्सली घटना की ¨नदा व्यक्त करते हुए इसे सरकार की विफलता बताया गया। मृत जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अधिवक्ताओं ने आज न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। संचालन महामंत्री ओम प्रकाश ¨सह ने किया।

chat bot
आपका साथी