रेलवे ने रोका ओवर ब्रिज निर्माण

जौनपुर: अब ओवर ब्रिज निर्माण में नया पेच फंस गया है। रेलवे की ओर से कराया जा रहा कार्य ठप करा दिया ग

By Edited By: Publish:Fri, 05 Feb 2016 08:38 PM (IST) Updated:Fri, 05 Feb 2016 08:38 PM (IST)
रेलवे ने रोका ओवर ब्रिज निर्माण

जौनपुर: अब ओवर ब्रिज निर्माण में नया पेच फंस गया है। रेलवे की ओर से कराया जा रहा कार्य ठप करा दिया गया है। शुक्रवार को तो कार्यदायी संस्था ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया।

मिर्जापुर मार्ग पर सिटी स्टेशन के समीप 4982.99 लाख रुपये की लागत से ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। काम कराने के लिए शासन ने सभी संबंधित विभागों को जिम्मेदारी सौंपी थी ¨कतु विभागीय कोरमपूर्ति में ढाई वर्ष से ज्यादा समय तक कार्य लटकाए रखा गया। किसी तरह निर्माण वर्ष 2015 में कराया गया। अन्य विभागों के अलावा रेलवे की ओर से क्रा¨सग के ऊपर का हिस्सा बनाने का काम कराया जाना है। इस कार्य के लिए रेलवे ने कोलकाता की बीवीजे नाम की संस्था को जिम्मेदारी सौंपी। कार्यदायी संस्था ने क्रा¨सग के दोनों तरफ गड्ढा खोद दिया। निर्माण कार्य के लिए सरिया आदि सामग्री एकत्र कर लिए। स्थानीय लोगों की माने तो कार्य के दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके चलते काम ठप कर दिया गया।

इस बात का खुलासा तब हुआ जब जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने निरीक्षण किया। उन्होंने इस संबंध में रेलवे के उच्चाधिकारियों से बात भी की, ¨कतु काम शुरू ही नहीं हुआ। इधर शुक्रवार को कार्यदायी संस्था के लोग जेसीबी, ट्रक आदि लेकर कार्य स्थल पर पहुंचे। यह देख लोगों को लगा कि अब काम शुरू किया जाएगा, ¨कतु हुआ इसके विपरीत। कार्यदायी संस्था के लोग सामान ट्रकों पर लादकर वापस ले जाना शुरू कर दिए। इस बाबत पूछे जाने पर वे इतना ही बता रहे हैं कि हमें उच्चाधिकारियों का आदेश मिला। हम सामान लेकर वापस जा रहे हैं। वहीं रेलवे एक्सइएन बनवारी लाल ने बताया कि कार्यदायी संस्था को टर्मिनेट कर दिया गया है। पुन: टेंडर निकाला जाएगा। कारण पूछने पर वे कुछ नहीं बताए।

एक जुलाई तक पूर्ण करना था काम

कार्यदायी संस्था को दो जुलाई 2015 से काम करने की जिम्मेदारी दी गई थी। निर्माण कार्य के लिए 787 लाख रुपये का बजट निर्धारित था। साथ ही एक जुलाई 2016 तक काम पूर्ण करने का समय निर्धारित किया था, ¨कतु लापरवाही के चलते निर्माण कार्य गड्ढे खोदने तक ही कराया जा सका।

रेल राज्य मंत्री के दावे की खुली पोल

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के दावे की पोल खुल गई। जिले में आने पर उन्होंने कहा था कि रेलवे की ओर से काम सबसे पहले पूर्ण कर लिया जाएगा। रेल राज्यमंत्री के आगमन के वक्त कार्यदायी संस्था द्वारा दिखाई जा रही तेजी को देख लग भी रहा था, ¨कतु उनके जाने के कुछ ही दिन बाद गति उल्टी हो गई। नतीजा यह हुआ कि कार्य ही ठप हो गया।

किस विभाग को कितना करना था खर्च

ओवर ब्रिज निर्माण के लिए शासन से 4982 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया था। इसमें 2452 लाख रुपये का कार्य सेतु निगम को कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके अलावा बाईपास निर्माण के लिए 1688 लाख रुपये पीडब्ल्यूडी, 787 लाख रुपये रेलवे शेष अन्य विभागों को काम कराने का बजट निर्धारित किया गया था।

लटका रहेगा इलाहाबाद-जौनपुर फाटक पर ओवर ब्रिज

इलाहाबाद-जौनपुर मार्ग स्थित फाटक पर भी ओवर ब्रिज प्रस्तावित है। वाराणसी-सुल्तानपुर रेल प्रखंड के गेट नंबर 29 (नईगंज) पर ओवर ब्रिज बनाने के लिए सर्वे कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक चल रहे निर्माण कार्य के बाद यहां काम शुरू कराया जाना है, ¨कतु अब स्थिति देखने के बाद लग रहा है कि निर्माण कार्य शुरू होने में कई वर्ष लग जाएगा।

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