तूल पकड़ रहा कौड़ी के भाव नीलामी का मामला

By Edited By: Publish:Sun, 31 Aug 2014 07:14 PM (IST) Updated:Sun, 31 Aug 2014 07:14 PM (IST)
तूल पकड़ रहा कौड़ी के भाव नीलामी का मामला

जौनपुर : कौड़ी के भाव बिके जिले के तीन सरकारी अस्पताल और आवासीय भवनों के मलबे का मामला तूल पकड़ रहा है। मामला प्रकाश में आने के बाद भी अब तक कार्रवाई न होना चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे क्षुब्ध भाजपाइयों ने अब मामले को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचा दिया है।

गौरतलब हो कि सीएमओ डा.पीएन रावत ने मछलीशहर, मड़ियाहूं और मुंगराबादशाहपुर के पुराने सरकारी अस्पताल और आवासीय भवनों के मलबे को नीलाम कर दिया। यह नीलामी कृष्णा इंटर प्राइजेज आराजी भूपतिपंट्टी ने एक लाख साठ हजार में ही ले लिया। आरोप है कि ठेका स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को लाभ पहुंचाने के लिए कौड़ी के भाव दिया गया है। मछलीशहर स्थित पुराने अस्पताल में रखे लोहे के दरवाजे, ग्रील, फ्रीज, फ्रीजर, चारपाई, स्ट्रेचर सहित अन्य ढाई लाख के सामान ठेकेदार और चिकित्साधीक्षक ने मिलीभगत कर गायब कर दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने एडीएम से जांच कराने की बात कहीं, किंतु मामले की जांच नहीं शुरू हुई। इस पर क्षुब्ध भाजपाइयों ने मछलीशहर में जुलूस निकला तहसील गेट पर सीएमओ का पुतला फूंका। साथ ही दोषी के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया। इसके बाद अब भाजपाइयों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें सीएमओ का पेंशन रोकने और उक्त चिकित्साधीक्षक को तत्काल निलंबित करने की मांग किया है। साथ ही उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की भी गुहार लगाया है। आरोप है कि बगैर शासन से अनुमति लिए और टेण्डर प्रकाशित कराए ही विभाग के ही एक कर्मचारी के परिवार को ठेका दे दिया गया है।

कबाड़ के भाव हजार रुपये का सामान था। जिसमें स्टेचर और बेड आदि शामिल थे। जिसे ठेकेदार भूल से लेकर चला गया था। जिसे वापस लौटा दिया है। इतनी मानवीय भूल किसी से भी हो सकती है।

-डा.एके यादव चिकित्साधीक्षक मछलीशहर

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