आखिर गिर ही गई खनन अधिकारी पर गाज

ले ही जिले के खान अधिकारी को उन्होंने निलंबित कर दिया। जिले में रंजीत सिंह निर्मल को नया खान अधिकारी बनाया गया है। नए खान अधिकारी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि जिले में किसी भी हालत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। जिनके पट्टे हैं उनको ही नियमानुसार खनन की अनुमति है। चेतावनी के बाद भी नहीं मानते हैं को कठोर कार्रवाई अमल में लाते हुए पट्टा निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। नए खान अधिकारी गोरखपुर बस्ती बिजनौर सहित कई जनपदों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे जिला कौशांबी के निवासी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 11:41 PM (IST) Updated:Mon, 27 May 2019 06:20 AM (IST)
आखिर गिर ही गई खनन अधिकारी पर गाज
आखिर गिर ही गई खनन अधिकारी पर गाज

- मिलीभगत के कारण घाट संचालकों ने नियम कायदे को ठेंगे पर रखा, थैली के बल पर करते काम, रंजीत निर्मल जिले के नए खनन अधिकारी बने

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जागरण संवाददाता, उरई : थैली की चमक के आगे अवैध खनन की तरफ से आंखें बंद रखने वाले खनिज विभाग के अधिकारी राजेश कुमार सिंह पर गाज गिर ही गई। आलाधिकारियों के निर्देशों को धता बता जेब गरम करने वाले अधिकारी के संरक्षण में नियम कायदे ताक पर रख दिए गए थे। हालत यह थी कि एनजीटी की रोक के बाद भी क्योटरा जैसे घाट पर लिफ्टर का इस्तेमाल किया जा रहा था। 17 जनवरी को औचक निरीक्षण के लिए जिले में आईं खनन निदेशक रौशन जैकब ने कई घाटों पर छापा मारा था। जमकर अनियमितता मिली थी और सर्वेयर को निलंबित करने के साथ ही खनन अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया गया था। उसके बावजूद स्थिति नहीं बदली।

बीते दिनों रौशन जैकब ने हमीरपुर जिले के घाटों पर टीम भेज जांच कराई तो जालौन के घाट फिर सुर्खियों में आए। दैनिक जागरण में अवैध खनन की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की गईं। दबंगई के बल पर ग्रामीणों की फसल रौंदने वाले घाट संचालकों के गुर्गे असलहे लेकर दहशत फैलाते थे, पीड़ितों की आवाज लखनऊ तक पहुंची। कई शिकायतें मिलने और सुधार की चेतावनी के बाद भी कोई असर नहीं होते देख खनन अधिकारी राजेश सिंह लपेटे में आ ही गए और निलंबन की गाज गिरी।

विभागीय सूत्र बताते हैं कि कई दिनों से उनको लखनऊ में तलब में किया जा रहा था। हालांकि घंटों इंतजार के बाद भी वह मुलाकात नहीं कर पा रहे थे। उनके कार्यकाल में संचालकों की शिकायतें विभाग तक पहुंचती थीं, पर रद्दी की टोकरी में डाल दी जाती थीं।

बंधौली के कोलू घाट, सिकरी व्यास घाट में ग्रामीणों की फसल रौंदी गई। उनकी जमीनों से दंबगई के बल पर खनन किया गया। ओवरलोडिग आम हो गई थी। यही वजह रही कि निरीक्षण के दौरान रौशन जैकब को अवैध खनन के प्रमाण मिले, जिसके बाद कई घाट बंद करा दिए गए।

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इनसेट

रंजीत निर्मल बने खनन अधिकारी

राजेश कुमार सिंह के निलंबन के बाद रंजीत निर्मल को उनके स्थान पर भेजा गया है। नए खनन अधिकारी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि कसी भी हालत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। जिनके पट्टे हैं उनको ही नियमानुसार खनन की अनुमति है। रंजीत निर्मल गोरखपुर, बस्ती, बिजनौर सहित कई जनपदों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जिला कौशांबी के निवासी हैं।

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