मांगों को लेकर लेखपालों ने दिया धरना

By Edited By: Publish:Tue, 16 Sep 2014 09:15 PM (IST) Updated:Tue, 16 Sep 2014 09:15 PM (IST)
मांगों को लेकर लेखपालों ने दिया धरना

उरई, जागरण संवाददाता : राजस्व निरीक्षण के नये राजस्व पदों का सृजन एवं लेखपालों के रिक्त पदों को भरने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की जिला शाखा ने मंगलवार को तहसील परिसर में धरना दिया। बाद में उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को चार सूत्रीय ज्ञापन भेजा।

तहसील अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि लेखपाल अपनी मांगों को लेकर कई बार आवाज उठा चुके हैं परंतु अभी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। ऐसे में आंदोलन के सिवाय कोई चारा नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राजस्व लेखपालों का प्रारंभिक वेतनमान, वाहन भत्ता, स्टेशनरी भत्ता अन्य प्रांतों पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड के समान होना चाहिए। तहसील मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि प्रदेश में राजस्व निरीक्षक के 1398 नये राजस्व पदों का सृजन किया जाए। लेखपालों के रिक्त 8000 पदों को अतिशीघ्र भरा जाए। लेखपालों की शैक्षिक योग्यता स्नातक करने के साथ ही नियुक्ति अधिकारी जिलाधिकारी को किया जाए। सुरेश चंद्र खरे, लायक सिंह, शत्रुघ्न सिंह, दिनेश चंद्र बाबा, देशराज सिंह, विजय सिंह, माताप्रसाद यादव, देवेंद्र सिंह मौजूद रहे।

कोंच, संवाद सहयोगी के अनुसार उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर कोंच तहसील के लेखपालों ने धरना देकर तीन सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम उप जिलाधिकारी को सौंपा। उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष प्रेम नारायण मिश्रा ने उप्र के राजस्व लेखपालों का प्रारंभिक वेतनमान, वाहन भत्ता, स्टेशनरी भत्ता आदि सुविधायें अन्य प्रांतों की भांति दी जायेगी। रिक्त चल रहे लेखपालों की भर्ती करके तुरंत भरा जाये एवं एक से ज्यादा दूसरी जगह का अतिरिक्त कार्य करने पर अतिरिक्त मानदेय दिया जाये। देवेंद्र सिंह परिहार, नरेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, राजेंद्र सिंह, महेश चंद्र, नरेंद्र बाबू, दयाशंकर मौजूद रहे।

जालौन, संवाद सहयोगी के अनुसार उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने तहसील परिसर में सभा करके चार सूत्रीय मांग पत्र उप जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। तहसील अध्यक्ष आनंद कुमार ने तहसील में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे साथी शासन व प्रशासन की योजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इसके बाद भी लेखपाल वेतन, भत्ते एवं अन्य सुविधाओं से वंचित हैं, लेखपालों को उद्धरण खतौनी से प्राप्त होने वाली पारिश्रमिक धनराशि से भी वंचित कर दिया, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक तथा नायब तहसील के पद रिक्त है, जिसके कारण कार्य की अधिकता है। जिससे लेखपाल परेशान हैं आदि मांगों को उठाया। लेखपालों ने मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी गोरेलाल शुक्ला को सौंपा। दुर्गा प्रसाद, राजेश श्रीवास्तव, सौरभ कुमार, राजस्व निरीक्षक बाबूराम, संतोष कुमार, धर्मेद्र सिंह, भगत सिंह उपस्थित रहे।

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