अधिग्रहण से पूर्व तकनीक व प्रपत्र दुरुस्त रखें वाहन स्वामी

बिना फिटनेस व प्रपत्रों के नहीं लिए जाएंगे वाहन वाहन नहीं भेजने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 01:57 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 01:57 AM (IST)
अधिग्रहण से पूर्व तकनीक व प्रपत्र दुरुस्त रखें वाहन स्वामी
अधिग्रहण से पूर्व तकनीक व प्रपत्र दुरुस्त रखें वाहन स्वामी

संवाद सहयोगी, हाथरस : वाहनों का रुका हुआ भुगतान जल्द करा दिया जाएगा। इसीलिए विधान सभा चुनावों में बसों को आवश्यक रूप से सभी स्कूल संचालकों को भेजना होगा। अधिग्रहण नहीं करने और बसों को नहीं भेजने वालों पर सीधे एफआइआर कराई जाएगी।

यह जानकारी मेंडू रोड स्थित सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन कार्यालय पर हुई स्कूल संचालकों की बैठक में एआरटीओ प्रशासन नीतू सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जिले में विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को होना है। इसके लिए वाहनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने बताया अधिग्रहण से पूर्व सभी वाहनों का तकनीक व प्रपत्र दुरुस्त रहना बहुत जरूरी है। चुनाव में वाहन नहीं भेजने वालों पर नियमों के उल्लंघन को लेकर सीधे एफआइआर कराई जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों की भी जानकारी सभी स्कूल संचालकों को दी गई। इसमें एआरटीओ प्रवर्तन लालाराम, आरआइ संतोष कुमार के अलावा सभी स्कूलों के संचालक मौजूद रहे। चुनाव : वाहनों को ईंधन के लिए 13 पेट्रोल पंपों का अधिग्रहण

जागरण संवाददाता, हाथरस : हाथरस में तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव को देखते हुए जिला स्तरीय अधिकारियों को दायित्व सौंप दिए गए हैं। चुनाव में लगे वाहनों को डीजल-पेट्रोल की व्यवस्था का जिम्मा जिला आपूर्ति विभाग को दिया गया है। जिला पूर्ति अधिकारी ने जिले की 13 पेट्रोल पंपों का अधिग्रहण करते हुएउनको निर्देश दिया है कि चुनाव में लगी गाड़ियों के लिए स्टाक में डीजल और पेट्रोल रखा जाना सुनिश्चित किया जाए। अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही होगी।

प्रशासन की ओर से चुनाव की तैयारियों में तेजी शुरू कर दी गई है। प्रशासन के चुनावी वाहनों को पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति कराने वाले डीएसओ एसपी शाक्य ने बताया कि उन्होंने जिले की 13 पेट्रोल पंपों का अधिग्रहण कर लिया है जो लगभग सभी सातों ब्लाक में हैं। सभी पंप मालिकों को कहा गया है कि चुनाव को देखते हुए दो हजार लीटर डीजल और एक हजार लीटर पेट्रोल का स्टाक रखना सुनिश्चित करें। डीएसओ एसपी शाक्य ने स्टाफ को भी हिदायत दी कि जिन गाड़ियों को पेट्रोल और डीजल दिया जा रहा है उनका एक रजिस्टर बनाया जाए। कौन सी गाड़ी और किस अफसर की गाड़ी है और क्या नाम-पता और मोबाइल नंबर है।

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