दबंगों से परेशान परिवार ने गांव छोड़ा

तहरीर पर नहीं हुई कार्रवाई, नहर में डूबकर आत्महत्या की दी है चेतावनी अंधेर -दो दिन से पीड़ित के घर पर लटका है ताला, दीवार पर चिपका है पत्र -सूचना पर जरेरा चौकी की पुलिस गांव गई और पूछताछ कर लौट गई

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 06:19 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 06:19 AM (IST)
दबंगों से परेशान परिवार ने गांव छोड़ा
दबंगों से परेशान परिवार ने गांव छोड़ा

संसू, हाथरस : जरेरा का एक परिवार गांव के कुछ लोगों की दबंगई तथा पुलिस के असहयोग से परेशान होकर गांव से पलायन कर गया है। पीड़ित परिवार दो दिन से गायब है। दीवार पर जिलाधिकारी के नाम एक प्रार्थना पत्र चस्पा कर रखा है, जिसपर पलायन करके नहर में डूबकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी गई है। शनिवार रात जब बात डीएम तक पहुंची तब एसडीएम के निर्देश पर पुलिस टीम दुबारा गांव में पहुंची और छानबीन में जुटी थी।

शनिवार को सूचना पाकर जरेरा चौकी पुलिस गांव में पहुंची और ग्रामीणों से पूछताछ कर लौट आई। पता चला है कि गांव के रघुवीर प्रसाद पुत्र गनपत ¨सह का गांव के ही एक व्यक्ति से चकरोड की नापतोल को लेकर विवाद हो गया था। उसके बाद मारपीट व छेड़खानी का आरोप लगाते हुए रघुवीर प्रसाद की पत्नी ने हसायन थाने में पांच लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। रघुवीर प्रसाद के मकान की दीवार पर चस्पा प्रार्थना पत्र में रघुवीर, पत्नी शारदा देवी, पुत्र मोहन, पुत्री कुमकुम के हस्ताक्षर के साथ फोटो भी लगे हैं।

इसमें डीएम से गुहार लगाई गई है कि गांव के दबंगों से वह परेशान हैं। दबंगों ने उनका गांव में रहना दुश्वार कर दिया है। इसीलिए मुख्यमंत्री व थाने में प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर उन्होंने गांव छोड़कर कहीं किसी नहर में सपरिवार आत्महत्या कर लेगा। ग्रामीणों के पास रघुवीर प्रसाद का जो मोबाइल नंबर था, वह स्विच आफ है, जिससे उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।

सिस्टम की सुनो

गांव जरेरा में इस तरीके का कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं है और न ही इससे संबंधित कोई प्रार्थना पत्र थाने में दिया गया है। गांव में कोई छोटा मोटा विवाद हो सकता है, लेकिन ऐसी कोई घटना नहीं है।

-अवधेश कुमार ¨सह, प्रभारी निरीक्षक, थाना हसायन एसडीएम ने गांव में तहसीलदार को भेजकर जांच कराई है। जानकारी में आया है कि पीड़ित परिवार दो दिन से गांव में नहीं है। इस मामले की गहराई से जांच कराई जाएगी। तहरीर के बावजूद रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई, इस पर भी पड़ताल करा रहे हैं।

-डॉ.रमाशंकर मौर्य, जिलाधिकारी हाथरस

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