जीत-हार का गणित लगाते रहे पोलिंग एजेंट
संवाद सहयोगी हाथरस गुरुवार को वोट डालने के बाद मतदाता भले ही अपने घरों को लौट आए लेकिन पोलिंग एजेट देर रात तक जीत-हार का गणित लगाते रहे।
संवाद सहयोगी, हाथरस : गुरुवार को वोट डालने के बाद मतदाता भले ही अपने घरों को लौट आए, लेकिन पोलिंग एजेट देर रात तक जीत-हार का गणित लगाते रहे। मतदान के दिन विभिन्न राजनैतिक पार्टियों तथा निर्दलीय प्रत्याशियों के पोलिग एजेंट बूथों पर मुस्तैदी के साथ तैनात किए जाते हैं, ताकि वो यह पता कर सके कि फर्जी वोट तो नहीं डल रहे। क्षेत्र के कितने व कौन-कौन से मतदाता मतदान करके चले गए। मतदान के खत्म हो जाने के बाद बूथों पर डाले गए मतों का पूरा आंकड़ा पोलिग एजेंटों के पास रहता है। मतदान के बाद पोलिग एजेंट वोटर लिस्ट के आधार पर अपनी पार्टी के पक्ष में पड़े मतों का अनुमान देर रात तक लगाते रहे। ऐसे सभी एजेंटों के आधार पर ही प्रत्याशी चुनाव में अपनी स्थिति का आंकलन करते हैं। गांवों में होती रही चर्चाएं
गांवों में भी जगह-जगह समूहों में लोग मौजूद नजर आए। प्रत्याशियों की हार-जीत का आंकलन ग्रामीण करते रहे। फोन के जरिए जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों की जानकारी भी गांवों में प्रधान, पूर्व प्रधान आदि लेते रहे।