मुफलिसी की मार व सिस्टम से लाचार, मांगी इच्छामृत्यु
गांव नाला का मामला जर्जर घर में रह रहा परिवार नहीं मिला आवास डीएम को भेजा है पत्र ग्राम पंचायत सचिव पर गलत रिपोर्ट देने का आरोप।
संसू, हाथरस : सादाबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना के शोर के बीच सादाबाद क्षेत्र का एक परिवार जर्जर घर में रहने को मजबूर है। परिवार के वृद्ध मुखिया ने जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम भेजे पत्र में कहा है कि या तो उसका आवास बनवाया जाए अन्यथा ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा जो तीन बीघा खेत उस पर दिखाया है, उसको दिलवाया जाए। अन्यथा उसे परिवार सहित इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए।
ग्राम पंचायत कंजौली के गांव नाला निवासी राजवीर सिंह पुत्र चंद्रमोहन ने जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम से दिए पत्र में कहा है कि उनका 115 साल पुराना कच्चा घर है, जो कभी भी हादसे का सबब बन सकता है। उनका पूरा परिवार किसी कच्चे घर में रहने को मजबूर है। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सूची में आवास के लिए नाम भी लिखा गया था, कितु आज तक उनका आवास नहीं बन सका। ग्राम पंचायत अधिकारी ने फर्जी जांच कर खंड विकास अधिकारी को गुमराह करते हुए बताया है कि उनके पास तीन बीघा खेत है, जबकि उनके पास मात्र एक बीघा भूमि है। वह गांव में किराए पर छोटी सी दुकान चलाते हैं, जबकि अधिकारियों को बताया गया कि वह दुकान भी उनकी है। एक बड़ा गेट और बाउंड्री करा रखी है, जबकि उनके पास ऐसा कुछ नहीं है। किराए की दुकान शिशुपाल सिंह की है। गेट व बाउंड्री भी उन्हीं का है। ग्राम पंचायत अधिकारी ने गलत रिपोर्ट देकर उनका आवास बनने का रास्ता रोक दिया। बरसात में कच्चा घर कभी भी भरभरा कर गिर सकता है। वर्जन-
इस मामले में कोई भी शिकायत मुझे नहीं मिली है। टीम को भेजकर पीड़ित से बात की जाएगी। अगर परिवार पात्र होगा तो आवास दिलाया जाएगा।
रमेश रंजन, डीएम हाथरस