अचानक हाई वोल्टेज से फुंके उपकरण, घर में लगी आग
आग लगने से घर और आसपास के लोगों में मच गई अफरा-तफरी शोर सुनकर तत्काल पहुंचे पड़ोसियों ने बुझाई आग हजारों का नुकसान।
संसू, हाथरस : सादाबाद में रविवार की सुबह हाई वोल्टेज के कारण मोहल्ला रतनगढ़ी के एक मकान में शार्ट सर्किट के चलते आग लग गई, जिससे घर के विद्युत उपकरण व कपड़ों में आग लग गई। गृहस्वामी व पड़ोसियों के प्रयासों से बड़ा हादसा बच गया, लेकिन आग से हजारों का नुकसान हुआ है।
मोहल्ले के लोगों के अनुसार तड़के अचानक हाई वोल्टेज के कारण कई घरों में विद्युत उपकरण तेज धमाके के साथ फुंक गए। पूरन सिंह के घर की विद्युत लाइन में फाल्ट होने से उसके स्वजन निकल कर बाहर की ओर भागे। इसी बीच घर में रखे विद्युत उपकरणों से धुआं निकलना प्रारंभ हो गया। घर से अचानक धुआं निकलते देख सभी लोग घबरा गए और आनन-फानन में विद्युत लाइन को काटने के बाद घर में अंदर घुसे तो सोफा व कपड़ों में आग लगी हुई थी। इस बीच शोर सुनकर पड़ोसी भी मौके पर आ गए। उन्होंने सामूहिक प्रयास से आग पर काबू पाया लेकिन तब तक गृह स्वामी का काफी नुकसान हो चुका था। गृहस्वामी की मानें तो उनके घर में टीवी, फ्रिज तथा अन्य उपकरण तेज वोल्टेज के कारण खराब हो गए। आग लगने के कारण पूरे घर में अफरा-तफरी के माहौल बना रहा।
दो महीने में भी नहीं कर पाए 15 फीसद से कम लाइन लॉस
विडंबना
-ऊर्जा मंत्री ने 31 अक्टूबर तक लाइन लास घटाने का दिया था लक्ष्य
-अब तो नवंबर भी निकल गया मगर नहीं रोक पाए बिजली चोरी जासं, हाथरस : जनपद में लाइन लॉस कम करने को लेकर बिजली विभाग कोई खास कारनामा नहीं कर सका है। ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बावजूद दो महीने में विभाग लाइन लॉस 15 फीसद से कम नहीं कर सका।
यह है स्थिति : लाइन लॉस के मामले में हाथरस का अलीगढ़ मंडल में पहला स्थान है जबकि प्रदेश में टॉप टेन की सूची में शामिल है। यहां लाइन लॉस 55-60 फीसद तक है। ऊर्जा मंत्री ने 31 अक्टूबर तक लाइन लॉस 15 फीसद से कम करने के आदेश बिजली विभाग के अफसरों को दिए थे। अब नवंबर भी आज समाप्त हो रहा है, लेकिन अभी तक लाइन लॉस इस हालत में नहीं पहुंच पाया है।
अभियान नाकाम रहे : लाइन लॉस कम करने के लिए तमाम इलाकों में अभियान चलाया गया। कनेक्शन काटने के साथ मीटर बदलने और एफआइआर पर जोर दिया गया। हाल ही में जलेसर रोड पर भी अभियान चलाया गया था। यह इलाका जनपद में सबसे अधिक लाइन लॉस की सूची में शामिल है मगर सारी कवायद बेकार गई।