शिक्षा सिखाती है जीने की कला: हरपाल

शिक्षा के बिना राष्ट्र का विकास कैसे विषय पर हुई प्रतियोगिता विजेता प्रतिभागियों को शब्द कोष देकर किया गया पुरस्कृत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 01:25 AM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 01:25 AM (IST)
शिक्षा सिखाती है जीने की कला: हरपाल
शिक्षा सिखाती है जीने की कला: हरपाल

संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ में भाईचारा सेवा समिति के तत्वावधान में लालाराम इंटर कॉलेज माधुरी में 'शिक्षा के बिना राष्ट्र का विकास कैसे' विषय पर प्रतियोगिता हुई। इसका शुभारंभ प्रातीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव, संस्थापक महेश यादव संघर्षी, प्रदेश संरक्षक बलवीर सिंह पौरुष, प्रधान मनोज यादव, प्रबंधक राजेश यादव ने किया।

महेश संघर्षी एवं हरपाल सिंह यादव ने कहा कि शिक्षा जीने की कला को सिखाती है। शिक्षित व्यक्ति ही घर, परिवार, समाज व राष्ट्र में उच्च स्थान पा सकता है। संरक्षक बलवीर सिंह पौरुष व प्रबंधक राजेश यादव ने कहा कि ग्रामीण परिवेश में काफी प्रतिभाएं हैं, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन नहीं मिलता। प्रांतीय उपाध्यक्ष जगतवर्ती पाठक, किशनवीर सिंह यादव एवं बनी सिंह बघेल ने कहा कि शिक्षा से ही व्यक्ति का सर्वागीण विकास होता है। अध्यक्षता अच्छेलाल यादव व संचालन कवि राघवेन्द्र पचौरी रागेय ने किया। विजयी बच्चों रजनी, राधा, यशपाल, रोहित लोधी, ब्रजेश लोधी, सपना, पंकज को ¨हदी एवं अंग्रेजी के शब्द कोष देकर पुरस्कृत किया गया। निर्णायक रामप्रकाश यादव, सर्वेश यादव, महेन्द्र प्रताप टीटू, जय चंद लोधी, आनंद वर्मा थे। इस मौके पर मनोज यादव प्रधान, डॉ. राजपाल, राकेश यादव, चंद्रवीर, धीरेश लोधी, संतोष राजपूत, राजेश यादव, सुनील, कंचन कुमार, कुंवरपाल आदि मौजूद थे।

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