बयान देने नहीं आ रहे आरोपी बीईओ

संवाद सहयोगी, हाथरस : हाथरस ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय विधैपुर में गबन के आरोप में हेड मास्

By Edited By: Publish:Sat, 30 Apr 2016 01:01 AM (IST) Updated:Sat, 30 Apr 2016 01:01 AM (IST)
बयान देने नहीं आ  रहे आरोपी बीईओ

संवाद सहयोगी, हाथरस : हाथरस ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय विधैपुर में गबन के आरोप में हेड मास्टर पर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है, लेकिन अभी तक अन्य दो आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी और पूर्व ग्राम प्रधान पुलिस की पकड़ से दूर हैं। बयान दर्ज न हो पाने के कारण कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है। अब विवेचक ने खंड शिक्षा अधिकारी के हाजिर न हो पर बीएसए को पत्र देकर अवगत कराया है। यदि तीन दिन के अंदर आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी बयान देने थाने नहीं आए तो अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय विधैपुर में करीब एक लाख रुपये का गबन खंड शिक्षा अधिकारी जयपाल सिंह, हेड मास्टर संजय कुमार और पूर्व प्रधान ने कर लिया था। इस प्रकरण की शिकायत बीएसए सहित जिलाधिकारी से की गई। मामले की जांच पड़ताल बीएसए देवेन्द्र गुप्ता ने जिला समन्वयक मिड डे मील अर¨वद शर्मा और डबल एओ दिलीप चंद श्रीवास्तव से कराई थी। जांच पड़ताल के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी शमीम अहमद के निर्देश पर बीएसए ने थाना हाथरस जंक्शन में रिपोर्ट दर्ज कराई। विगत दिनों पुलिस ने आरोपी हेड मास्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस प्रकरण की विवेचना थाना हाथरस जंक्शन के दारोगा विरेन्द्र कुमार भारती कर रहे हैं। हेड मास्टर की गिरफ्तारी हो जाने के बाद आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी ने थाने जाकर बयान दर्ज नहीं कराया। खंड शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई का डर सता रहा है। बयान दर्ज न हो पाने के कारण पुलिस आगे की कार्रवाई नहीं कर पा रही है। अब विवेचनाधिकारी ने बीएसए कार्यालय पहुंचकर एक पत्र उन्हें दिया, जिसमें कहा गया है कि यदि तीन दिन के अंदर आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी ने बयान दर्ज नहीं कराया तो आगे की कार्रवाई तय कर दी जाएगी।

विभाग को दिक्कत

खंड शिक्षा अधिकारी पिछले कई दिनों से अपने ब्लाक संसाधन कार्यालय से भी नदारद हैं। जिसके कारण ब्लाक के विद्यालयों के निरीक्षण नहीं हो पा रहे हैं। विभाग का जरूरी कार्य भी पिछड़ रहा है। तमाम शिक्षक व शिक्षिकाओं को अपने कार्य कराने के लिए बीएसए कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। बीएसए की मानें तो जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारी से ब्लाक का चार्ज छीनकर किसी दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी को दिया जायेगा, ताकि विभागीय कार्य प्रभावित न हो और विद्यालयों के नियमित निरीक्षण हो।

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