चौकीदार नहीं ढूंढ पा रही पुलिस

संवाद सहयोगी, हाथरस : डीजी पुलिस के आदेश के बाद भी पुलिस चौकीदारों की भर्ती नहीं कर पा रही है। त्

By Edited By: Publish:Sun, 05 Jul 2015 01:01 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2015 01:01 AM (IST)
चौकीदार नहीं ढूंढ  पा रही पुलिस

संवाद सहयोगी, हाथरस : डीजी पुलिस के आदेश के बाद भी पुलिस चौकीदारों की भर्ती नहीं कर पा रही है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत चौकीदारों के रिक्त पड़े लगभग 179 पदों को भरा जाना है। एक माह पहले मिले आदेश के बावजूद पद अभी तक रिक्त चल रहे हैं। चुनावों के मद्देनजर पुलिस को सूचना तंत्र मजबूत रखने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस महकमे में चौकीदार सूचना की अहम कड़ी होता था। पुलिस के बदलते स्वरूप व अनदेखी के कारण चौकीदारों की थाने से लेकर गांवों तक अब वो अहमियत नहीं रही। जब अहसास हुआ कि सूचना तंत्र कमजोर होता जा रहा है तो फिर से चौकीदारों की सुध आई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। प्राथमिकता खत्म होने के कारण दो साल पहले तक चौकीदार अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे थे। सरकार ने साइकिल, टार्च व मेहनताना बढ़ाकर प्रलोभन देकर लोगों को इस ओर आकर्षित करने का प्रयास किया। साइकिल व पंद्रह सौ रुपये मेहनताना लोगों को रिझा नहीं सका। दो साल पहले हुई बंपर भर्तियों के बावजूद चौकीदारों के पद खाली रहे। जिले में कुल 769 चौकीदारों के पद हैं, जिनमें से लगभग 179 रिक्त चल रहे हैं। सबसे अधिक रिक्त पद कोतवाली सदर क्षेत्र में 116 में से 95 हैं। दूसरे नंबर पर सिकंदराराऊ में 20 तथा तीसरे पर हाथरस गेट में 19 पद खाली पड़े हैं।

खाली पड़े इन पदों पर थाना स्तर से भर्ती करने के निर्देश डीजीपी ने दिए थे। इस क्रम में जून में एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को रिक्त पदों पर आवेदन लेने के निर्देश दिए थे। पिछली क्राइम मी¨टग में आगाह करने के बाद भी थाना स्तर से गंभीरता से नहीं लिया गया, जिससे भर्तियां नहीं हो सकीं। अधिकारियों की सख्ती के बाद अब बीट सिपाही गली-गली जाकर उपयुक्त अभ्यर्थियों की तलाश कर रहे हैं।

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