मिट्टी कटान रोकने और हरियाली को बढ़ावा देंगे बांस

सई नदी को सदानीरा बनाने के साथ ही दोनों किनारों पर पौधे रोपित कराए जा रहे है। वहीं सीडीओ ने कहा कि इससे पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 11:26 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 11:26 PM (IST)
मिट्टी कटान रोकने और हरियाली को बढ़ावा देंगे बांस
मिट्टी कटान रोकने और हरियाली को बढ़ावा देंगे बांस

हरदोई : बांस मिट्टी कटान रोकने के साथ ही हरियाली को भी बढ़ावा देंगे। सईनदी को सदानीरा बनाने के लिए चल रही कवायद के साथ ही किनारों के कटान को रोकने के लिए अन्य पौधों के साथ ही बांस को रोपित कराए जाने की कार्ययोजना अमल में लाई गई है। नदी की सफाई में निकली मिट्टी को बांस की जड़े रोकने और तैयार होने पर बांस स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने में सहायक होंगे।

सई नदी को सदानीरा बनाने के लिए मनरेगा की मद से पुनरुद्धार कार्य कराया जा रहा है। जिसे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। वहीं पर्यावरण संरक्षण की भी रणनीति बनाई गई है।पर्यावरण संरक्षण के लिए बांस की रोपाई कराई जाएगी। जिले में करीब 75 किलोमीटर लंबाई में सई नदी के जीर्णोद्धार के साथ ही नदी की पटरियों का चौड़ीकरण एवं समतलीकरण भी कराया जा रहा है।

अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक सीडीओ निधि गुप्ता वत्स का कहना है कि वन महोत्सव में सई नदी के किनारों पर पौधरोपण का शुभारंभ कराया गया है। दोनों किनारों पर अन्य प्रजाति के पौधों के साथ ही बांस को भी रोपित कराया जा रहा है। बांस तीन साल में तैयार हो जाता है। जो क्रमिक जारी रहता है। बांस की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता से स्थानीय उत्पाद जैसे डलिया, हाथ का पंखा, फर्नीचर को बढ़ावा दिए जाने के साथ ही अन्य घरेलू उपयोग में लाया जा सकेगा। बताया कि 84 ग्राम पंचायतों में सई नदी के दोनों के किनारों पर बांस की पौधरोपण के लिए कार्ययोजना तैयार कराकर रोपण का कार्य शुरू करा दिया गया है।

इंसेट

75 किलोमीटर जिले में है सई नदी

84 ग्राम पंचायत

38328 पौधों को कराया जाएगा रोपित

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