..गुरुनानक जग माहि पठाया

हरदोई, जागरण संवाददाता : सिखों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव जी का 546वां प्रकाशोत्सव बुधवार को गुर

By Edited By: Publish:Wed, 25 Nov 2015 06:18 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2015 06:18 PM (IST)
..गुरुनानक जग माहि पठाया

हरदोई, जागरण संवाददाता : सिखों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव जी का 546वां प्रकाशोत्सव बुधवार को गुरुद्वारा श्रीगुरुनानक देव जी नई बस्ती में श्रृद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। प्रकाशोत्सव पर श्रृद्धालुओं ने गुरुद्वारा में माथा टेका और शबद कीर्तन में भाग लिया। मुख्य ग्रंथी कुलवंत ¨सह ने शबद गायन कर संगत को भाव विभोर कर दिया।

नई बस्ती स्थित गुरुद्वारा श्रीगुरुनानक देव जी में श्रीगुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरुद्वारे के दरबार हाल में फूलों से सजी पालकी में श्रीगुरुग्रंथ साहिब को सजाकर प्रात: काल से ही शबद कीर्तन शुरू हो गया। गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी भाई कुलवंत ¨सह ने अपने जत्था लखवीर ¨सह, अजीत ¨सह के साथ शबद गायन कर संगत को भाव विभोर कर दिया। भाई कुलवंत ¨सह ने शबद गायन करते हुए सुनाया कि सा धरती भई हरियावली, जित्थे मेरा सतगुरु बैठा आए। सुनी पुकार दातार प्रभु, गुरुनानक जग माहि पठाया, फल तारन गुरुनानक आया। भाई अजीत ¨सह, लखवीर ¨सह ने शबद गायन करते हुए सुनाया धन नानक तेरी बड़ी कमाई, सिध बोलण शुभ वचन। बाबा आंखै हाजियां, शुभ अमला बाजों दोनों राई।लखीमपुर से आए ठाड़ी जत्था भाई जरनैल ¨सह जोग ने शास्त्रीय राग में शबद गायन कर भारतीय संस्कृति की याद को ताजा करते हुए संगत का मन मोह लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बाबा नानक ने धर्म के आधार पर समाज में फैली घृणा और भेदभाव को भी दूर करने का सार्थक प्रयास किया। गुरुजी ने सदियों से दबे पिछड़े लोगों को अपने गले लगाया। गुरुनानक देव जी ने जीवन के विविध प्रसंगों के माध्यम से ¨चतन, चरित्र और व्यवहार सुधारने का संदेश दिया है। नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने गुरुद्वारा में माथा टेका और कहा कि हमें गुरुनानक देव जी के बताए रास्ते पर चल सच्चाई और ईमानदारी से समाज सेवा का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम में आनंद साहिब का पाठ और अरदास की गई। गुरु का लंगर वितरित किया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार दर्शन ¨सह, सरदार जसवंत ¨सह ने उमेश अग्रवाल को सिरोपा भेंट किया। इस मौके पर रशपाल ¨सह, गुरुविन्दर ¨सह, र¨वदर ¨सह, सत्यपाल ¨सह, नैब ¨सह, बलकार ¨सह, त्रिलोक ¨सह, बहादुर ¨सह, ज¨गदर ¨सह गांधी, पल¨वदर ¨सह, शेर ¨सह, राम सेवक जावरानी, लोकेमल नानवानी, दलवीर ¨सह, अरुण गुप्ता, गौरी शंकर अग्रवाल, अशोक भसीन, दलजीत ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, प्रकाश गुप्ता, रामदास गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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