गांधी जी के आदर्श जीवन की विदेशों में भी है मान्यता

हरदोई, जागरण संवाददाता : महात्मा गांधी जनकल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों की श्रंखला

By Edited By: Publish:Fri, 09 Oct 2015 01:18 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2015 01:18 AM (IST)
गांधी जी के आदर्श जीवन 
की विदेशों में भी है मान्यता

हरदोई, जागरण संवाददाता : महात्मा गांधी जनकल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों की श्रंखला में स्वतंत्रता सेनानी बाबू हरीबहादुर श्रीवास्तव स्मृति में महात्मा गांधी के प्रयोगों की सार्थकता विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गांधी जी द्वारा किए गए प्रयोगों को आज भी उतना ही प्रासंगिक और सार्थक बताते हुए कहा कि यही कारण है कि उनके आदर्श जीवन व जीवनशैली को न केवल भारत में वरन विदेशों में भी मान्यता प्रदान की जा रही है।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भोला¨सह की अध्यक्षता में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए डा. सावित्री शुक्ला ने गांधी जी के जीवन को एक प्रयोगशाला बताते हुए उनकी सादगी, मितव्ययिता , अपरिग्रह और सर्वधर्म समभाव पर प्रकाश डाला । नेहरू डिग्री कालेज के डा. संदीप ¨सहा ने गांधी जी के प्रयोगों में स्वच्छता, पर्यावरण, स्वतंत्रता और शक्ति के विकेंद्रीकरण के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। राजकीय महाविद्यालय के डा. तारकेश्वर गुप्ता ने गांधी जी को कर्मयोगी बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबू हरीबहादुर श्रीवास्तव के जीवन परिचय पर संचालक अखिलेश बाजपेई द्वारा प्रकाश डाला। विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों द्वारा बाबू जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गईं। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भोला ¨सह, धर्मेंद्र ¨सह, डा. निर्मला यादव, डा. बीडी शुक्ल, करुणा शंकर दीक्षित, विजय भाई, एसएस अग्निहोत्री,नरेश गोयल, केके यादव, शिशुपाल ¨सह, केएम अवस्थी, कुसुम जौहरी, वसीम अहमद, रंजना ¨सह आदि रहे। पुष्पांजलि के पश्चात् अरुणेश बाजपेई, रामप्रकाश शुक्ला, जो¨गदर ¨सह गांधी, मनमन शुक्ला, कुमकुम ने वक्ताओं का माल्यार्पण किया। उन्हें बुकें भेंट कीं। आभार आलोक श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।

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