पितृ विसर्जनी अमावस्या : आस्था पड़ी भारी, कोरोना के प्रति लापरवाह दिखे लोग

संवाद सहयोगी ब्रजघाट पितृ विसर्जनी अमावस्या के मौके पर कोरोना महामारी के दौर में आस्था

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 07:44 PM (IST)
पितृ विसर्जनी अमावस्या : आस्था पड़ी भारी, कोरोना के प्रति लापरवाह दिखे लोग
पितृ विसर्जनी अमावस्या : आस्था पड़ी भारी, कोरोना के प्रति लापरवाह दिखे लोग

संवाद सहयोगी, ब्रजघाट

पितृ विसर्जनी अमावस्या के मौके पर कोरोना महामारी के दौर में आस्था भारी पड़ गई। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद बृहस्पतिवार के लाखों श्रद्धालुओं ने बज्रघाट में गंगा स्नान किया। आस्था की डुबकी लगाकर दिवंगत पितरों का पिडदान और तर्पण किया।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम को 25 मार्च में लागू हुआ लॉकडाउन हटने के बाद भी शासन स्तर से सामूहिक पूजा अर्चना समेत गंगा स्नान पर पूरी तरह रोक लगी हुई है, जिसका अनुपालन कराने के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा ब्रजघाट तीर्थनगरी में दिवंगतों के दाह संस्कार और अस्थि विसर्जन करने वालों के अलावा अन्य श्रद्धालुओं को सख्ती दिखाकर वापिस लौटाया जा रहा है। परंतु पितृ विसर्जनी अमावस्या पर बृहस्पतिवार को पुलिस प्रशासन के दावों की पोल पूरी तरह खुलकर सामने आ गई। अटूट आस्था में सरोबार लाखों श्रद्धालुओं ने मोक्ष दायिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पूरे वैदिक रीति रिवाज के साथ अपने दिवंगतों का पिडदान और तर्पण किया। इस दौरान श्रद्धालुओं के चेहरों पर कोरोना संक्रमण की कोई दहशत नजर नहीं आ पाई, क्योंकि अधिकांश ने मास्क नहीं लगाए हुए थे और न ही भीड़ के बीच शारीरिक दूरी का कोई पालन हो पाया। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने के साथ ही गंगा पुल के पास और सड़क किनारे वाहनों के ठहराव की उचित ढंग में रोकथाम न होने से दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर सुबह से लेकर एक बजे तक जाम जैसी स्थिति बनी रही। तेज रफ्तार कार भी कछुवा गति में रेंगने से पितृ विसर्जनी अमावस्या पर अनुष्ठान करने आए श्रद्धालुओं समेत जरूरी कामकाज से इधर उधर जा रहे लाखों यात्रियों को आवागमन में खूब दिक्कत झेलनी पड़ीं। इंस्पेक्टर मुकेश कुमार और चौकी प्रभारी सतपाल सिंह ने कड़ी मशक्कत करते हुए गंगा पुल के पास और सड़क किनारे खड़े वाहनों को सख्ती के साथ हटवाया, तब कहीं जाकर दोपहर एक बजे के बाद नेशनल हाईवे की यातायात व्यवस्था पूरी तरह सुचारू हो पाई। बुधवार आधी रात से ही पहुंचने लगे श्रद्धालु

पितृ विसर्जन अमावस्या के मौके पर बुधवार आधी रात से ही ब्रजघाट पर गंगा में स्नान शुरू हो गया था। रात में पहुंचे श्रद्धालुओं ने आधी रात करीब दो बजे से ही गंगा में स्नान करना शुरू कर दिया। गंगा पर बने पुल के दोनों ओर गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने पितरों को तर्पण किया और सूर्य को अ‌र्ध्य दिया।

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गंगा के किनारे हुई पूजा

गंगा किनारे ही पुरोहितों की मदद से विधि विधान से मंत्रोच्चार के मध्य पूजा की। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पितृ विसर्जन अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं को रोकने के लिए सुरक्षा पर सुविधा के लिए पुलिस बल भारी संख्या में मौजूद था, लेकिन आस्था के समागम के सामने पुलिस कुछ नहीं कर पाई।

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सुबह होते ही जाम की स्थिति बनी

दिन निकलते ही श्रद्धालुओं के आने और जाने से राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर वाहनों की संख्य अधिक होने के कारण जाम की स्थिति बन गई, जिसको खुलवाने के लिए पुलिस मशक्कत करती दिखाई दे रही थी। हर किसी को आगे निकलने की जल्दी थी, जिसके चलते जाम की स्थिति पैदा हो गई। इस संबंध में एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने बताया कि सुबह सवेरे आसपास के लोग गंगा स्नान करने के लिए पहुंच गए थे। समय रहते हुए उन लोगों को गंगा घाट पर वापस कर दिया गया है। जबकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा नगरी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। मौके पर पुलिस तैनात रहा।

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