सरकारी अस्पतालों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

जनपद में गिरते भूगर्भ जलस्तर को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की भी मदद ली जाएगी। जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और निर्माणाधीन जिला अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे। शासन के आदेश पर यह रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि बारिश का पानी अस्पतालों के परिसर से बाहर जाकर लरकलमव बर्बाद न हो।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Jul 2019 07:17 PM (IST) Updated:Fri, 12 Jul 2019 06:21 AM (IST)
सरकारी अस्पतालों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
सरकारी अस्पतालों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

जागरण संवाददाता, हापुड़:

जनपद में गिरते भूगर्भ जलस्तर को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की भी मदद ली जाएगी। जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और निर्माणाधीन जिला अस्पताल में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे। शासन के आदेश पर यह रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि बारिश का पानी अस्पतालों के परिसर से बाहर जाकर बर्बाद न हो।

जनपद में भूगर्भ जलस्तर का स्तर तेजी से गिरता जा रहा है। जनपद के चार ब्लॉक में से हापुड़, सिभावली और गढ़मुक्तेश्वर डार्क जोन की श्रेणी में पहुंच चुके हैं। तेजी गिरते से भूगर्भ जलस्तर को देखते हुए शासन और प्रशासन ने जल संरक्षण की पहल करना तेजी से शुरू कर दिया है। जनपद में छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। शासन के आदेशों पर जनपद के इन सभी सरकारी अस्पतालों में जल्द ही रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनवाए जाएंगे। साथ ही गोयना रोड स्थित निर्माणाधीन जिला अस्पताल में भी इस सिस्टम को लगाया जाएगा। यह सिस्टम लगवाकर शासन जनपद के लोगों के लिए उदाहरण पेश कर सकता है। ताकि दूसरे लोग भी सिस्टम को अपनाकर बारिश की बूंदों को सहेज सकें। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगने के बाद बारिश का पानी नालियों, नालों में बहकर बर्बाद नहीं हो सकेगा। बारिश का पानी इस प्रकार से बर्बाद होने के कारण जलसंकट के रूप में सामने आता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजवीर सिंह ने बताया कि शासन की ओर से रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने के आदेश प्राप्त हो चुके हैं। सिस्टम को लगवाने के लिए जल्द ही स्थान का चयन कर लिया जाएगा।

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