पहले चरण में बनेगा गढ़-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग, 1500 करोड़ होंगे खर्च

राजधानी दिल्ली की तरह मेरठ जाने-आने वालों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। गढ़ से सोनीपत तक बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग में पहले चरण में गढ़-मेरठ मार्ग को रखा गया है। जबकि दूसरे चरण में मेरठ-सोनीपत मार्ग को रखा गया। 94 किलोमीटर इस राष्ट्रीय राजमार्ग से 47 किलोमीटर लंबे गढ़-मेरठ मार्ग पर 1500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के बनने से तहसील क्षेत्र के आठ गांवों के दिन बहुर जाएंगे। गंगा नगरी में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Nov 2018 07:02 PM (IST) Updated:Mon, 05 Nov 2018 07:02 PM (IST)
पहले चरण में बनेगा गढ़-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग, 1500 करोड़ होंगे खर्च
पहले चरण में बनेगा गढ़-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग, 1500 करोड़ होंगे खर्च

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : गढ़ से सोनीपत तक बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के पहले चरण में गढ़-मेरठ मार्ग को और दूसरे चरण में मेरठ-सोनीपत मार्ग विकसित किया जाएगा। 94 किलोमीटर लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 47 किलोमीटर लंबे गढ़-मेरठ मार्ग को विकसित करने पर 1500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के बनने से तहसील क्षेत्र के आठ गांवों के दिन बहुर जाएंगे। इस राष्ट्रीय राजमार्ग को 709-ए संख्या दी गई है। गंगा नगरी में विकास के उद्देश्य से बीते दिनों केंद्र सरकार ने गढ़ से सोनीपत तक चार लेन चौड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का निर्णय लिया था। लगभग 15 दिन पहले केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर जमीन अधिग्रहण किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जमीन का अधिग्रहण होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य का जिम्मा लेने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बागपत के परियोजना निदेशक एस.के. मिश्रा ने बताया कि गढ़ से सोनीपत तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल लंबाई लगभग 94 किलोमीटर है। इसमें गढ़ से मेरठ तक 47 किलोमीटर और मेरठ से सोनीपत तक 47 किलोमीटर तक की दूरी है। पहले चरण में गढ़ से मेरठ तक निर्माण कार्य संपन्न किया जाएगा। इसके लिए 154.60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस कार्य पर जमीन अधिग्रहण से लेकर निर्माण पूरा होने तक 1500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। दूसरे चरण में मेरठ से सोनीपत तक 4.75 हेक्टेयर भूमि खरीदने की जरूरत पड़ेगी, जिसमें लगभग 240 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। -आठ गांवों की बदल जाएगी सूरत

राष्ट्रीय राजमार्ग 709-ए के निर्माण के बाद गढ़ तहसील क्षेत्र के आठ गांव, नानपुर, पौपाई, खिलवाई, रसूलाबाद, लोधीपुर सोभन, दौताई, बदरखा आदि गांवों की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है। किसान अपनी-अपनी आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की घोषणा होने के बाद जमीन के खरीददारों की नजर पड़ने लगी है। इसके चलते जमीन की कीमतों में भारी उछाल आ रहा है।

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