न्याय की राह पर चलने की दी सीख
हमीरपुर अंग्रेजों से लोहा लेने वाले मेरे पिता स्व. रामानुज सिंह चंदेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ह
हमीरपुर : अंग्रेजों से लोहा लेने वाले मेरे पिता स्व. रामानुज सिंह चंदेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ नेक दिल इंसान थे। उनका समाज में बड़ा सम्मान था। साथ ही उनमें भी गरीब मजलूमों के प्रति दया भाव था। उन्होंने हमेशा हम सभी भाई बहनों को न्याय के रास्ते में चलने व गरीबों की मदद का पाठ पढ़ाया। उनका कहना था कि कभी भी अन्याय का साथ मत दो और जहां तक हो गरीबों की मदद करो। आज उन्हीं के बताए रास्ते में चल कर हम गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं। हम अपने पिता के हमेशा आभारी रहेंगे। हमें इस बात पर गर्व है कि हमें मजबूत इरादों वाले नेक पिता मिले। वह हमारे दिलों में आज भी मौजूद हैं। कभी भी किसी भी प्रकार की मुश्किलों में उनकी दी गई सीख उनके काम आती है।
- क्रांति सिंह चंदेल, अधिवक्ता, हमीरपुर