गीडा में अंधेरगर्दी, बिना जमीन आवंटन के ही बना ली फैक्ट्री Gorakhpur News
गीडा के अफसरों के संज्ञान में आया कि एक उद्यमी ने नियमों को ताख पर रखकर किसान से सीधे बैनामा करा लिया और गीडा से मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर प्लाइवुड फैक्ट्री लगा ली।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा के सेक्टर 13 में बिना गीडा से जमीन खरीदे और बिना मानचित्र स्वीकृत कराए कई वर्षों से चल रही एक फैक्ट्री पर आखिरकार नोटिस चस्पा कर दी गई। गीडा प्रशासन ने नोटिस में अनाधिकृत रूप से जमीन पर कराए गए निर्माण को गिराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर लगाई प्लाइवुड फैक्ट्री
गीडा की तरफ से दिसंबर 2012 में कालेसर गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया। अधिग्रहण के बाद औद्योगिक भूखंडों का आवंटन कर दिया गया, जिसपर वर्तमान में अनेक उद्योग संचालित हो रहे हैं। गीडा सेक्टर 13 के अराजी संख्या 248 पर लगभग एक एकड़ 55 डिसमिल क्षेत्रफल पर जांच के दौरान बड़ा गड़बड़झाला मिला है। गीडा के अफसरों के संज्ञान में आया कि एक उद्यमी ने नियमों को ताख पर रखकर किसान से सीधे बैनामा करा लिया और गीडा से मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर प्लाइवुड फैक्ट्री लगाकर पिछले कई वर्षों से संचालित कर रहा है। जांच के बाद उद्यमी को नोटिस मिली तो उन्होंने आपत्ति लगाई, लेकिन उसका भी निस्तारण कर दिया गया।
होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
गीडा सीईओ संजीव रंजन ने बताया कि मेसर्स जास इंटरनेशनल का निर्माण अवैध तरीके से कराकर तीन वर्षों से उद्योग चलाया जा रहा है। फैक्ट्री पर नोटिस चस्पा करके एक सप्ताह का समय दिया गया है। यदि अवैध निर्माण नहीं हटाया जाता है तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी।