Panchayat Election: यूूूूपी की इस ग्राम पंचायत में रोचक मुकाबला, पति-पत्‍नी आए आमने-सामने

UP Panchayat Election 2021 गोरखपुर की एक ग्राम पंचायत में मुकाबला रोचक हो गया है। परफार्मेंस ग्रांट के लिए चयनित विकास खंड भटहट की ग्राम पंचायत औरंगाबाद में प्रधान पद के लिए रोचक मुकाबला होने जा रहा है। निवर्तमान प्रधान मांडवी देवी व उनके पति आमने-सामने हो गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 06:10 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 08:15 AM (IST)
Panchayat Election: यूूूूपी की इस ग्राम पंचायत में रोचक मुकाबला, पति-पत्‍नी आए आमने-सामने
यूपी के गोरखपुर में एक पंचायत में पति और पत्‍नी आमने-सामने आ गए हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। पंचायत चुनाव में यूपी के गोरखपुर की एक ग्राम पंचायत में मुकाबला रोचक हो गया है। परफार्मेंस ग्रांट के लिए चयनित विकास खंड भटहट की ग्राम पंचायत औरंगाबाद में प्रधान पद के लिए रोचक मुकाबला होने जा रहा है। निवर्तमान प्रधान मांडवी देवी व उनके पति आमने-सामने हो गए हैं। पति-पत्नी के आमने-सामने आ जाने से लोग काफी अचंभित हैं।

3.48 करोड़ परफारमेंस ग्रांट के कारण हाई प्रोफाइल हुई सीट

औरंगाबाद गांव के लिए परफार्मेंस ग्रांट के तहत तीन करोड़ 48 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं । पहले आरक्षण सूची में इस गांव का चयन अनुसूचित जाति के लिए हो जाने से निवर्तमान प्रधान चुनावी मुकाबले से बाहर हो गई थीं। पर, दोबारा आरक्षण सूची जारी होने पर गांव पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया। मनचाहा चुनाव चिन्ह पाने के लिए कई दावेदारों ने एक ही पद के लिए अपने ही परिवार के एक से अधिक सदस्यों का पर्चा भरा था। औरंगाबाद में भी निवर्तमान प्रधान मांडवी देवी व उनके पति राकेश प्रजापति ने प्रधान पद के लिए पर्चा भरा था। अंतिम समय में चुनाव चिन्ह बदल न जाए इस चक्कर में एक पर्चा उठाया नहीं जा सका। जिससे पति-पत्नी आमने सामने हो गये हैं।

भारी पड़ा अतिआत्मविश्वास

नाम वापसी एवं प्रतीक चिन्ह आवंटन के दिन चरगांवा ब्लाक में एक रोचक मामला सामने आया। ब्लाक के एक गांव से प्रधान पद के लिए पर्चा दाखिल करने वाली प्रत्याशी अतिआत्मविश्वास में मैदान से ही बाहर हो गईं। इस प्रत्याशी ने दो सेट में पर्चा खरीदा था लेकिन दाखिल एक ही पर्चा किया। बुधवार की सुबह जाकर पर्चा वापस भी ले लिया। वह यह बात मानकर चल रही थीं कि उनकी ओर से दोनों सेट पर्चा दाखिल किया गया है। प्रतीक चिन्ह लेने जब वह ब्लाक पहुंचीं तो गलती का एहसास हुआ। काफी देर तक वह रिटर्निंग आफिसर (आरओ) के सामने मिन्नतें करती रहीं लेकिन आरओ ने कुछ मदद कर पाने में असमर्थता जतायी।

गोरखपुर के जिला पंचायत वार्डों में चार से लेकर 24 प्रत्याशी

जिला पंचायत सदस्य पद के 68 वार्डों में करीब 869 प्रत्याशी मैदान में हैं। पर्चा वापसी के दिन 150 से अधिक पर्चे वापस लिए गए। कई प्रत्याशियों ने एक से अधिक पर्चा दाखिल किया था। पर्चा वापसी के बाद तस्वीर साफ हो गई है। जिला पंचायत सदस्य बनने के लिए चार से लेकर 24 प्रत्याशियों के बीच अलग-अलग वार्डों में मुकाबला होगा।

सबसे कम चार प्रत्याशी वार्ड नंबर 38 में हैं तो सर्वाधिक 24 प्रत्याशी वार्ड संख्या 29 में भाग्य आजमा रहे हैं। बुधवार को जिला मुख्यालय पर चार कक्षों में प्रत्याशियों ने नाम वापस लिए और बचे प्रत्याशियों को प्रतीक चिन्ह आवंटित किया गया। प्रतीक चिन्ह मिलने के बाद प्रत्याशियों ने हैंडबिल आदि के लिए आर्डर दे दिया गया है। 

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