मुश्किल में सफर: Feb में भी आसान नहीं होगी ट्रेनों की राह, अभी 29 तक करना होगा इंतजार; कैंसिलचल रही हैं ये ट्रेनें

रेलवे प्रशासन ने खराब मौसम और कोहरा का हवाला देते हुए एक दिसंबर से ही पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर चलने वाली 25 एक्सप्रेस और 16 पैसेंजर सहित कुल 41 ट्रेनों को निरस्त किया है। इसके अलावा महत्वपूर्ण हमसफर और लखनऊ-पाटलिपुत्र सहित 36 ट्रेनों के फेरे भी कम कर दिया है। पूर्वांचल और बिहार के लोग दिसंबर से ही कन्फर्म टिकट के लिए जूझ रहे हैं।

By Prem Naranyan Dwivedi Edited By: Nitesh Srivastava Publish:Fri, 09 Feb 2024 01:56 PM (IST) Updated:Fri, 09 Feb 2024 01:56 PM (IST)
मुश्किल में सफर: Feb में भी आसान नहीं होगी ट्रेनों की राह, अभी 29 तक करना होगा इंतजार; कैंसिलचल रही हैं ये ट्रेनें
Feb में भी आसान नहीं होगी ट्रेनों की राह

HighLights

  • खराब मौसम के चलते एक दिसंबर से ही पूर्वोत्तर रेलवे में निरस्त हैं 25 एक्सप्रेस और 16 पैसेंजर ट्रेनें
  • लंबी दूरी की किसी भी ट्रेन का का नहीं मिल रहा कन्फर्म टिकट, 1 मार्च से चलेंगी एनईआर की सभी ट्रेनें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। भले ही आसमान साफ होने लगा है, लेकिन ट्रेनों पर कोहरे का धुंध अभी भी छाया हुआ है। सबकुछ सामान्य होने के बाद भी पूर्वांचल और बिहार के लोगों का रेल सफर फरवरी में भी आसान होने वाला नहीं है। लोगों को सभी ट्रेनों के चलने के लिए अभी 29 फरवरी तक इंतजार करना होगा। एक मार्च से ही सभी ट्रेनों का संचालन संभव हो सकेगा।

रेलवे प्रशासन ने खराब मौसम और कोहरा का हवाला देते हुए एक दिसंबर से ही पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर चलने वाली 25 एक्सप्रेस और 16 पैसेंजर सहित कुल 41 ट्रेनों को निरस्त किया है। इसके अलावा महत्वपूर्ण हमसफर और लखनऊ-पाटलिपुत्र सहित 36 ट्रेनों के फेरे भी कम कर दिया है।

दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और चेन्नई आदि राज्यों का ही नहीं लोकल (स्थानीय) गोरखपुर से छपरा, नरकटियागंज और वाराणसी आदि रूटों पर भी लोगों का आवागमन भी पहाड़ चढ़ने जैसा हो गया है। पूर्वांचल और बिहार के लोग दिसंबर से ही कन्फर्म टिकट के लिए जूझ रहे हैं।

लोगों को जनरल कोचों के टायलेट में खड़ा होकर दिल्ली और मुंबई की यात्रा करनी पड़ी है। फरवरी में यात्रियों की संख्या कम जरूर हुई है, लेकिन दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। गोरखपुर जंक्शन पर आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या एक लाख से घटकर करीब 75 हजार हो गई है। यात्रियों की संख्या कम होने के बाद भी ट्रेनों के कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहे।

स्थिति यह है कि दिल्ली, मुंबई और सिकंदराबाद जाने वाली किसी भी ट्रेन का कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। गोरखपुर की महत्वपूर्ण 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस में नौ फरवरी को स्लीपर का 169 और एसी थर्ड का 66, दस फरवरी को स्लीपर का 174 और एसी थर्ड का 77 तथा 11 फरवरी को स्लीपर का 193 और एसी थर्ड का 107 वेटिंग चल रहा है।

हमसफर एक्सप्रेस मेे भी नौ को 26 और दस को 30 नंबर वेटिंग है। मुंबई जाने वाली 22104 नंबर की गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस की स्थिति भी यही है। नौ फरवरी को स्लीपर का 133 और एसी थर्ड का 33, दस फरवरी को स्लीपर का 122 और एसी थर्ड का 33 तथा 11 फरवरी को स्लीपर का 90 और एसी थर्ड का 21 वेटिंग है।

19038 अवध एक्सप्रेस में नौ फरवरी को स्लीपर का 166 और एसी थर्ड का 36, दस फरवरी को स्लीपर का 125 और एसी थर्ड का 33 तथा 11 फरवरी को स्लीपर का 104 और एसी थर्ड का 26 वेटिंग है। कोचीन जाने वाली ट्रेनों की स्थिति भी यही है।

जानकारों का कहना है कि मार्च से वेटिंग की स्थिति दोगुणा हो जाएगी। हालांकि, पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर चलने वाली सभी ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। जो लोगों को कुछ राहत जरूर पहुंचाएंगी। गोरखपुर रूट पर ही प्रतिदिन 150 ट्रेनें चलती हैं।

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