गोरखपुर शहर में 24 चौराहों पर बूथ के भीतर से नियंत्रित होगा यातायात Gorakhpur News

नगर निगम और यातायात पुलिस ने 24 प्रमुख चौराहों पर लोहे का जालीदार यातायात बूथ लगवाने का फैसला लिया। इस बूथ में बैठकर अब वह डयूटी करने के साथ कुछ देर आराम भी कर सकेंगे।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 08:14 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 09:00 AM (IST)
गोरखपुर शहर में 24 चौराहों पर बूथ के भीतर से नियंत्रित होगा यातायात Gorakhpur News
गोरखपुर शहर में 24 चौराहों पर बूथ के भीतर से नियंत्रित होगा यातायात Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। शहर के 24 चौराहों पर लोहे का यातायात बूथ लगाए जाने है। सात जगहों पर यह लग चुके हैं, बाकी प्रक्रिया में है। नगर निगम की अनुमति से यह काम निजी फर्म कर रही है। ट्रैफिक सिपाही व होमगार्ड अब बूथ के भीतर से भी यातायात नियंत्रित कर सकेंगे। इसमें लगे लाउडस्पीकर से ट्रैफिक तोडऩे वालों को निर्देशित करने के साथ जनोपयोगी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।

इसलिए बन रहे जालीदार यातायात बूथ

ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को धूप, बारिश, शीतलहर जैसे विपरीत मौसम में भी खुले आसमान के नीचे डयूटी करनी पड़ती थी। इसके चलते कई बार वह व्यस्ततम चौराहों को भी भीड़ के भरोसे छोड़कर आराम के लिए आसपास शरण ले लेते थे। उनकी इसी दिक्कत को देखते हुए नगर निगम और यातायात पुलिस ने 24 प्रमुख चौराहों पर लोहे का जालीदार यातायात बूथ लगवाने का फैसला लिया। इस बूथ में बैठकर अब वह डयूटी करने के साथ कुछ देर आराम भी कर सकेंगे। जाम की स्थिति बनने पर वह तत्काल चौराहे पर आ जाएंगे।

यहां लगाए जाने है यातायात बूथ

गोरखपुर शहर की यातायात व्‍यवस्‍था सुचारु रूप से संचालित करने के लिए यातायात बूथ लगाए जाने हैं। इसमें नौसढ़ तिराहा, टीपीनगर, रुस्तमपुर, देवरिया बाईपास तिराहा, पैडलेगंज, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, हार्बर्ट तिराहा, बेतियाहाता चौराहा, कैंट चौराहा, छात्रसंघ चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, अंबेडकर चौराहा, हरिओमनगर तिराहा, शास्त्री चौक, टाउनहाल तिराहा, काली मंदिर तिराहा, रेलवे स्टेशन पुलिस चौकी के पास, यातायात कार्यालय तिराहा, सिटी माल तिराहा, खजांची चौराहा, आरटीओ तिराहा, असुरन तिराहा और जीएम पोस्ट आफिस तिराहा शामिल हैं।

चल रहा है बूथ लगाने का कार्य

इस संबंध में एसपी ट्रैफिक आदित्‍य प्रकाश वर्मा का कहना है कि शहर के 24 चौराहों पर यातायात बूथ लगना है। इसका काम चल रहा है। कुछ जगहों पर इसे लगाकर ट्रैफिक नियमों व जनोपयोगी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है। यहां के बिजली बिल का भुगतान बूथ लगवाने वाली फर्म ही करेगी। 

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