खबरदार, यह सरकारी कंप्यूटर है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं

प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2001 से ही बच्चों के लिए कंप्यूटर रखा है। अब वह कबाड़ हो रहा है। विभाग खामोश है।

By Edited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 09:25 AM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 03:54 PM (IST)
खबरदार, यह सरकारी कंप्यूटर है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं
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गोरखपुर, (जेएनएन)। शासन की तरफ से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को ज्ञान वृद्धि के लिए कंप्यूटर तो भेज दिए गए लेकिन वह सड़ रहे हैं। कारण कुछ विद्यालय में विद्युत कनेक्शन नहीं है तो कई में पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं हैं। हजारों रुपये के कंप्यूटर बिना प्रयोग के खराब होने से जिम्मेदारों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूबे की सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए हर रोज नए उपाय कर रही है। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इतना ही नहीं बच्चों को सरकार की तरफ से अनेक सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं।
वर्ष 2001 में लगाए गए थे कंप्‍यूटर
वर्ष 2001 में तत्कालीन सरकार की तरफ से 100 से अधिक नामांकन वाले पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को कंप्यूटर की पढ़ाई कराने का निर्णय लिया गया। इसके तहत विद्यालयों में एक कंप्यूटर, यूपीएस सहित पूरी व्यवस्था दी गई। सहजनवां तहसील के पाली, पिपरौली तथा सहजनवां ब्लाक के लगभग पांच-पांच पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर भेज दिए गए थे। एक दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक बच्चे एक दिन भी कंप्यूटर की पढ़ाई नहीं कर सके। पाली ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भरपही में कंप्यूटर तो भेजा गया है मगर यहां पर अब तक विद्युत कनेक्शन ही नहीं हो पाया है।
बिजली नहीं फ‍िर भी लगा दिए कंप्‍यूटर
इसके अलावा पूर्व माध्यमिक विद्यालय डुमरी में बिजली तो है लेकिन यहां पर जिम्मेदारों ने खराब कंप्यूटर भेज दिया है। इसके कारण बच्चों को लाभ नहीं मिल रहा है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय मिनवां तथा पाली में भी कंप्यूटर दिए गए हैं, लेकिन यहां पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक ही तैनात नहीं किया गया है। स्थिति यह है कि कंप्यूटर रखे-रखे खराब हो गए हैं। शिक्षा विभाग के अफसरों की परिषदीय विद्यालयों में सड़ रहे कंप्यूटर पर नजर नहीं पड़ रही है। बीएसए बीएन ¨सह ने कहा कि बीआरसी से विद्यालयों में कंप्यूटर के बारे में जानकारी मांगी जाएगी और बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी।
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